दिव्यांगों के मेडिकल और पढ़ाई के लिए कैलेंडर बनाया गया।

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :दिव्यांग बच्चों को चिह्नित करना, इलाज कराना और स्कूल में समय से दाखिला दिव्यांग के लिए कैलेंडर तैयार किया गया है। कैलेंडर के अनुसार, राज्यभर में दिव्यांग बच्चों को चिह्नित किया जाएगा। इसमें जीरो से लेकर 18 वर्ष तक के दिव्यांग शामिल होंगे। इस उम्र के दिव्यांग बच्चों को चिह्नित करने बाद उन्हें वैसी सभी सुविधाएं दी जाएंगी जो दिव्यांगों के लिए जरूरी है।शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग करेगा कामः इस पूरी प्रक्रिया में शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग और ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त रूप से काम करेगा। जिला स्तर पर अनुश्रवण समिति, प्रखंड स्तर पर दिव्यांग बच्चों के लिए होंगे ये काम दिव्यांग बच्चों के इलाज से लेकर पढ़ाई का कैलेंडर तैयार, सभी जिलों में समिति गठित 10 अप्रैल से पहले दिव्यांग प्रमाणीकरण शिविर लगाने के लिए मेडिकल बोर्ड के सदस्यों का जिलास्तरीय प्रशिक्षण 15 अप्रैल से पूर्व प्रखंड दिव्यांगता पंजी का अपडेशन और स्वास्थ्य विभाग तथा समाज कल्याण विभाग द्वारा पंजी में नाम दर्ज करना 15 अप्रैल से 25 मई दिव्यांगता- सह-मूल्यांकन शिविर का आयोजन 15 जून  जांच शिविर के माध्यम प्रखंड समिति का गठन किया जाएगा। इस कैलेंडर को जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा तैयार किया गया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा से दिव्यांग बच्चों को दिव्यांगता प्रमाणपत्र निर्गत करना 15 अप्रैल से 30 जून तक दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर यूआईडीआईडी कार्ड उपलब्ध करवाना 16 जून से 30 जून तक सहायता उपकरण, शैक्षणिक उपकरण, शिक्षण सामग्री उपलब्धता के लिए जांच सह-मूल्यांकन शिविर का आयोजन 30 अप्रैल तक दिव्यांग बच्चों का नामांकन करवाना 2022 में दिव्यांग बच्चों का सर्वे किया गया था। इसमें लगभग 60 हजार दिव्यांग बच्चे चिह्नित किये गये जिनका दाखिला स्कूलों में करवाया गया।

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