सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : अर्जन योजना बनने के बाद में सुविधा पटना जंक्शन से राजेंद्रर नगर दानापुर रेलवे स्टेशन सभी जगह नजारत कहांं जाए दिव्यांग हो रहा है भारतीय रेलवे के द्वारा करोड़ो का महा घोटाला जिस समय यह योजना बना था उस समय क्या झूठा आश्वासन दिए गए भारतीय रेलवे के द्वारा वह इस प्रकार हैं इन स्टेशनों पर मिलेगी सुविधा दिल्ली रेल मंडल के नई दिल्ली, दिल्ली जंक्शन और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशनों पर गैर-किराया-राजस्व अर्जन योजना (एनआईएनएफआरआईएस) के तहत अत्याधुनिक दिव्यांग अनुकूल इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर के लिए एक वर्ष की अवधि के लिए अनुबंध किया है।राजधानी के स्टेशनों को रेल यात्रियों विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग यात्रियों, बीमारों, महिलाओं के लिए सुविधाजनक बनाया जा रहा है। गोल्फ कार के बाद अब वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों व बीमार लोगों के लिए इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए रेलवे ने एक मोबाइल एप भी जारी करेगा। ‘आस-ए-व्हीलचेयर’ के माध्यम से रेल यात्री इस ई-व्हीलचेयर को बुक करा सकेंगे। हालांकि इस सुविधा के लिए यात्रियों से शुल्क वसूला जाएगा।रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर की सुविधा मोबाइल एप ‘आस-ए-व्हीलचेयर’ के माध्यम से रेल यात्रियों को जल्द उपलब्ध होगी। जरूरतमंद यात्री इस एप के माध्यम से स्टेशन पहुंचने से पहले ही रेलवे स्टेशनों पर ई-व्हीलचेयर बुक कराएंगे। यह सेवा यात्रियों के स्टेशन आगमन पर भी उपलब्ध होगी।उन्होंने ने बताया कि मानसून के दौरान रेलवे ट्रैक पर आने वाले अवरोधों को दूर करने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया गया है। मानसून के दौरान संरक्षा बढ़ाने पर बल दिया और रेल परिचालन के दौरान आने वाली बाधाओं को समाप्त करने के निर्देश दिए गए। रेलपथों, वेल्डों के अनुरक्षण मानकों और रेल पथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए कहा गया स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने जिनमें प्लेटफार्मों का विस्तार, वाशेबल एप्रनों, प्लेटफार्मों का लेवल उठाने, दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान, फुट-ओवर-ब्रिज, एस्केलेटर, लिफ्ट और दिव्यांगों के लिए सुविधा, स्टेशनों के मुख्य द्वार सहित स्टेशन इमारतों में सुधार पर बल देने को कहा गया। गतिशीलता में वृद्धि और अन्य विकासात्मक ढांचागत कार्यों व माल लदान के कार्यों की समीक्षा की गई। इस योजना का कोई भी लाभ पटना के दिव्यांगों को प्रदान नहींं करवाया जा रहा हैं योजना बने कई वर्ष बीत गए धरातल पर सुविधा नही है।