सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : RRB NTPCRecruitment 2019:
देश के सभी 21 रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा एनटीपीएस में अंडर ग्रेजुएट और ग्रेजुएट के 13 पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए हैं। यह आवेदन 31 मार्च तक लिया जाएगा। रेलवे बोर्ड द्वारा जारी नोटिस के अनुसार आरक्षित वर्ग के छात्रों का रिजल्ट उन्हीं के कोटे में निकाला जाएगा। नए आदेश के अनुसार अब रेलवे की परीक्षा में ओबीसी, एसएसी, एसटी और फिजिकल हैंडिकैप के वैसे परीक्षार्थी जो प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में अगर अधिक अंक लाते हैं और दूसरे स्टेज की परीक्षा के लिए चयनित होते हैं, इनका रिजल्ट उसी कैटेगरी में होगा। परीक्षार्थी अधिक अंक लाने के बावजूद अनारक्षित श्रेणी (यूआर) में चयनित नहीं किये जाएंगे। इससे छात्रों में काफी आक्रोश है।
रेलवे भर्ती बोर्ड के नये बदलाव से प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले आरक्षित वर्ग के छात्रों में आक्रोश है। इनका कहना है कि नए नियम से दस प्रतिशत अलग से अनारक्षित श्रेणी के परीक्षार्थियों की सीटें तय की गई हैं। इस बार रेलवे की ओर से 35 हजार से अधिक पदों के लिए आवेदन मांगा जा रहा है। इससे लाखों परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
मुख्य बिंदु
– रेलवे बोर्ड के नए फैसले से छात्रों में ऊहापोह की स्थति
– 12 रेलवे भर्ती बोर्ड नए तरीके से करेंगे अभ्यर्थियों की बहाली
– 35 हजार सीटों के लिए मांगा गया है आवेदन
– 31 मार्च है आवेदन करने की अंतिम तिथि
रेलवे में निकली 1.42 लाख भर्तियां, 2 वर्षों में निकलेंगी और 1 लाख Jobs
मेधावी छात्रों (मेरिट में ऊपर आने वाले) को होगी काफी परेशानी
इन अभ्यर्थियों का कहना है कि निकाली गई वैकेंसी के अनुसार सबसे अधिक पदों की संख्या अनारक्षित श्रेणी (यूआर) में होती है। अन्य श्रेणियों में पदों की संख्या कम है। इसका खमियाजा हर ग्रुप के छात्रों को उठाना पड़ेगा। इधर, रेलवे प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले नवीन कुमार व डा. एम रहमान ने बताया कि नए नियम से परीक्षार्थियों में कई तरह का कन्फ्यूजन हो गया है। इस नियम से खासकर मेधावी छात्रों को काफी दिक्कतें होंगी।