पद्म विभूषण पद्मभूषण पद्मश्री पुरस्कार से दिव्यांग समाज या दिव्यांग व्यक्ति को आज तक यह पुरस्कार से क्यों रखा जाता है वंचित

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार पटना: पद्म विभूषण पद्मभूषण पद्मश्री पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति महोदय के हाथों हर वर्ष विभिन्न श्रेणी के लोगों को अपने कार्य क्षेत्र में विशेष उपलब्धि हासिल करने पर दिया जाता है जब से यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है तब से लेकर अब तक कोई जन्मजात दिव्यांग को यह पुरस्कार क्यों नहीं दिया गया क्या दिव्यांग व्यक्ति इस देश का  अभिन्न अंग नहीं है यह दिव्यांग व्यक्ति किसी ने किसी क्षेत्र में तो अच्छे काम कर ही रहे हैं और अपने समाज को आगे बढ़ा ही रहे ओर देश के प्रधानमंत्री जी ने भी यह कहा था कि जो दिव्यांग ता के क्षेत्र में जो उत्कृष्ट कार्य करेगा उसे पुरस्कार प्रदान किया जाएगा तो दिव्यांग समाज को प्रेरणा मिलेगी इसलिए दिव्यांग समाज का यह निवेदन है कि माननीय राष्ट्रपति महोदय इस पर एक बार जरूर विचार करें और दिव्यांग व्यक्ति को हर साल इस क्षेत्र में काम करने के लिए पुरस्कृत करने का कार्य किया जाए ताकि हमारा दिव्यांग समाज भी आगे बढ़ सके एक नया अध्याय की शुरुआत हो सके और नई क्रांति एवं नई उर्जा का संचार हो सके इस पुरस्कार का शुरूआत भारत के सभी वर्ग के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए हुआ था जिसकी सभी जानकारी इस प्रकारपद्म विभूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये असैनिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है। यह सम्मान भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में की गयी थी। भारत रत्‍न के बाद यह दूसरा प्रतिष्ठित सम्मान है। पद्म विभूषण के बाद तीसरा नागरिक सम्मान पद्म भूषण है। यह सम्मान किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट और उल्लेखनीय सेवा के लिए प्रदान किया जाता है। इसमें सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई सेवाएं भी शामिल हैं। तो मैं भारत सरकार माननीय राष्ट्रपति महोदय से यह निवेदन करना चाहता हूं दिव्यांग समाज की तरफ से की अभी तक एक भी दिव्यांग को जो जन्मजात दिव्यांग हो उन्हें सम्मिलित नहीं किया गया है उन्हें सम्मिलित किया जाए किया हमारा उद्देश्यय हम ना दिव्यांग समाज कैसे उनका सर्वांगीण विकास उस पर आपका ध्यान आकर्षित करवाना है और सभी पुरस्कार और श्रेणियों में दिव्यांग को सम्मिलित करवाना है लगभग 13 करोड़ दिव्यांगों को न्याय मिल सके यह प्रत्येक व्यक्ति का जो भारत का नागरिक है उसका मौलिक अधिकार भी है

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