बिहार में दिव्यांगों की एक भी विश्वविद्यालय नहीं

सर्वप्रथम न्यूज़ सुमन कुमार: हमारे बिहार की शिक्षा व्यवस्था मैं सुधार सुधार की अति आवश्यक है क्योंकि हमारे बिहार में दिव्यांगों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक भी विश्वविद्यालय नहीं है जिसके वजह से दिव्यांग छात्र अपनी शिक्षा उच्च स्तर तक नहीं ले जा पा रहे हैं जिसके कारण आज बिहार में दिव्यांगों की बेरोजगारी की संख्या काफी बढ़ गई है हमारे बिहार में लगभग 40 लाख दिव्यांग हैं और इन्हें किसी प्रकार की विशेष सुविधा नहीं मिल पा रही है 21वी सदी का नारा है नॉलेज इज द पावर नॉलेज कहां से मिलेगा जब राज्य में शिक्षा ग्रहण करने की विशेष सुविधा हो क्योंकि अगर शिक्षा ही ग्रहण नहीं कर पाएंगे तो उन्हें नॉलेज कहां से आएगी और जब नॉलेज नहीं होगी तो लोग बेरोजगार , ही ना होंगे इसमें खास करके दिव्यांग क्योंकि दिव्यांग पढ़ाई करने के लिए अदर स्टेट मैं नहीं जा सकते हैं उन्हें काफी कठिनाइयां होती है अगर बिहार में एक भी विश्वविद्यालय होता तो दिव्यांगों की उच्च शिक्षा में मदद मिलती और वह अपने आप को स्वावलंबी समझते  बिहार के 4000000 दिव्यांगों को देखते हुए बिहार सरकार को बिहार में दिव्यांगों के लिए स्पेशल विश्वविद्यालय की सुविधा देनी चाहिए जिससे कि राज्य एवं देश का विकास हो स

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