अब दिव्यांग बनेंगे वैज्ञानिक रेल मार्ग  (समस्या और समाधान  )- नेशनल लेवल पर स्टेट बेस्ट अवार्ड प्राप्त मॉडल इस वीडियो को जरूर देखें आप

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार पटना : भारत में दिव्यांगों के द्वारा  पहली बार रेल मार्ग  (समस्या और समाधान  )- नेशनल लेवल पर स्टेट बेस्ट अवार्ड प्राप्त मॉडल

समस्या – यह आईडिया हमे न्यूज़ पेपर में छपे भारतीय रेल के एक चेतावनी न्यूज़ से मिली ,जिसमे जिक्र है की रेलवे लाइन के ऊपर जो इलेक्ट्रिक वायर (25 के . भी . ए .सी ,) होती है जिससे ट्रेन चलती है उसकी उचाई ट्रैक से 4 .6 7 मीटर है , इस न्यूज़ में सभी बड़े वाहनों को चेतावनी दी गई है की ओवरलोड करने के बाद वाहन की उचाई 4 .6 7मीटर से कम रखी जाए ,अन्यथा वाहन ट्रैक पार करते समय वायर के चपेट में आ सकती है ,और बड़ी दुर्घटना हो सकती है  I

समाधान –  मैंने इस दुर्घटना को रोकने के लिए एक मॉडल तैयार किया है जिसमे  रेलवे क्रासिंग के पहले एक गेट बनाया है जिससे हो कर कोई भी वाहन गुजरता है तो वह गेट उस वाहन की जमीन से ऊपर कितनी उचाई है यह पता कर लेता है और यदि वो वायर की चपेट में आ सकता है तो वहां लगा अलार्म और रेड लाइट हाई अलर्ट करने लगेगा और फाटक गिर जायगा जब तक वाहन वहां से हट नहीं जाता I

यह समस्या ओवर ब्रिज के पास भी आती है जिसके निचे से सड़क मार्ग जाती है यदि प्रत्येक ओवर ब्रिज के पास भी यह लगा दी जाये तो बड़े वाहन ओवर ब्रिज से टकराने से भी बचेंगे I

मेरा मानना है की टेलीफोन लाइन ,डिश केबल लाइन ,बिजली की तारे आदि अनेको वायर जमीन से ऊपर बिना कोई उचाई मानक के लगे रहते है जिससे इस तरह की समस्या गली –मोहल्ले में भी आती है यदि इसका अगर एक मानक तय  हो जाए  और यदि ट्रांसपोर्ट कम्पनी उस मानक को पूरा करे तो यह  यातायात के प्रबंधन में एक बड़ा कदम होगा I दिव्यांगों के द्वारा पहली बार इस प्रकार का अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया जाएगा। विज्ञान के क्षेत्र में

 

 

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