क्रिकेट स्टेडियम के नाम पर धांधली क्यों यह जानना चाहता है देश का प्रत्येक खिलाड़ी

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : मुझे दुख होता है एक खिलाड़ी के नाते कि आपने उपलब्धि दे दिया कि यह भारत का सबसे बड़ा  क्रिकेट स्टेडियम है और भारत सरकार के इस स्टेडियम पर सबसे बड़ा घोटाला कैसे हो गया यह भारत का प्रत्येक खिलाड़ी सरकार से यह पूछना चाहता क्योंकि कहीं न कहीं उनकी खेल भावना को  ठेस पहुंचाता है और उनकी प्रतिभा का मजाक उड़ाता है

गाजियाबाद। जनपद में देश के सबसे बड़े क्रिकेट स्‍टेडियम का काम जरा सा लेट हो गया है। 400 करोड़ रुपये से बनने वाले इस अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट स्‍टेडियम की जुलाई में लखनऊ में ग्राउंड ब्रकिंग सेरेमनी हुई थी। दो माह बीतने के बाद भी निर्माण संबंधी प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है। यहां तक की उत्‍तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) ने जीडीए (GDA) में इसका संशोधित नक्‍शा तक जमा नहीं किया है।

एचटी लाइनों की शिफ्टिंग का काम अटका

स्‍टेडियम के निर्माण में एचटी लाइनों की शिफ्टिंग का काम भी अटका हुआ है। इसके लिए यूपी पॉवर कॉरपारेशन ने उत्‍तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) से 14 करोड़ रुपये की मांग की है। जबक‍ि यूपीसीए ने इस मामले में रियायत मांगी है। राजनगर एक्‍सटेंशन में बनने वाले इस इंटरनेशनल क्रिकेट स्‍टेडियम के बनने की पहले समयसीमा जून 2020 तय की गई थी लेकिन आज तक किसी स्टेडियम के नही बने से  खिलाड़ियों का मनोबल टूटे ने लगा है और पूरे भारत का खिलाड़ी इस स्टेडियम को लेकर बहुत आशा की नजरिए से देख रहे थे कि कैसा होगा भारत का पहला सबसे बड़ा सबसे सुंदर एवं सब से सुसज्जित एवं आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस क्रिकेट स्टेडियम लेकिन स्थानीय लोगों को और खिलाड़ियों को मायूसी हाथ आई इसलिए सरकार को इस पर विशेष पहल करना चाहिए यह सिर्फ उत्तर प्रदेश की बात नहीं बल्कि पूरे भारत के खिलाड़ियों की गरिमा की बात

75 हजार दर्शकों के बैठने की होगी क्षमता

आपको बता दें कह इस क्रिकेट स्टेडियम में पहले 45 हजार दर्शकों की क्षमता तय की गई थी। बाद में खुदमुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा था कि इसे देश का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा। स्‍टेडियम में 75 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता होगी। इसके साथ ही इस स्‍टेडियम की खासियत यह भी होगी कि इसमें बारिश में मैच नहीं रुकेगा। बारिश के दौरान स्‍टेडियम ऊपर से कवर कर दिया जाएगा।  देश की खेल प्रतिभा जो देश का नाम देश विदेश में जाकर रोशन करते हैं और क्रिकेट की लोकप्रियता किसी भी दर्शक और खिलाड़ियों से छिपी हुई नहीं है उस पर इस प्रकार के कदाचार के आरोप लगे हैं तो सरकार को आगे आकर इस पर विशेष विशेष पहल करना चाहिए।

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