सर्वप्रथम न्यूज़ : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और अमेरिकी कंपनी इवोल्को के मध्य टेलीमेडिसिन तकनीक को लेकर करार हुआ है। इसका सर्वाधिक लाभ चिकित्सा सुविधाओं से विहीन दिव्यांग सुदूर में रहने वाले लोगों को घर बैठे मिल सकेगा। वह इस तकनीक से एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से स्वास्थ्य संबंधी परामर्श ले सकेंगे। अब किसी भी दिव्यांग को भारत के किसी कोने से डॉक्टरी सलाह की आवश्यकता है और वह आने जाने मेंं असमर्थ तो वह डॉक्टरों से परामर्श प्राप्त कर सकते हैं इस प्रकार की सुविधा दिव्यांग उपलब्ध था लेकिन दिव्यांगोंं को मिल नहीं पा रहा था इसके लिए तोशियास सचिव सौरभ कुमार ने भारत के दिव्यांगों के लिए एक बार फिर से लागू करवाया है । 3 साल की लंबी लड़ाई के बाद यह जीत हासिल हुई है इसके लिए दिव्यांगों को दिव्यांग स्मार्ट कार्ड दिखाना होगा एवं अपना दिव्यांग प्रमाण पत्र दिखाना होगा आधार कार्ड दिखाना होगा तदोपरांत दिल्ली एम्स के डॉक्टर उन्हें घर बैठे हैं परामर्श प्रदान कर देंगे और दवाई बता देंगे जिससे कि उनका इलाज सहूलियत से हो जाएगा और वह आने-जाने के कठिनाई से बच जााऐगे । दिव्यांग भारतीय संविधान में रहते हुए संविधान द्वारा दिए गए मौलिक अधिकार को जाने यह कहना हैं सौरभ कुमार जी का इसका पूर्ण उल्लेख हमेंं एम्स के सर्कुलर मैं भी प्राप्त हो जाएगा लिखित रूप से दिव्यांग व्यक्ति भारतीय संविधान के द्वारा सुविधाओं का पूर्ण लाभ उठाएं ।
Check Also
कितने मानव अंगों का प्रत्यारोपण किया जा सकता है?
🔊 Listen to this सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय अंग एवं …