सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : कक्षा 1 से शिक्षा बीए तक संस्कृत में पढ़ने वाले छात्र आज भी इस आस में बैठे हुए हैं क्यों उनकी नियुक्ति होगी दिव्यांग होने के बाद भी दूसरी तरफ यह समस्या बहुत ही व्यापक स्तर पर पाई जा रही है इसमें सुधार की आवश्यकता है ताकि अनेक दिव्यांगों को रोजगार मिल सके इसलिए मैं सरकार से यह अनुरोध करना चाहता हूं की इस नियम मैं सुधार करें मिल नहीं रहे 6ठी से 8वीं कक्षा के संस्कृत शिक्षक कई नियोजन इकाइयों में खाली रह जायेंगे सभी पद ( शिक्षा प्रतिनिधि) के दो पद हैं, लेकिन मेधा सूची के 10 झअभ्यर्थियों में से एक भी काउंसलिग में उपस्थित नहीं हुए। पटना। प्रारंभिक शिक्षकों की चल रही बहाली में से एक भी काउंसलिंग में शामिल नहीं हुए। यही मोकामा नगर परिषद नियोजन इकाई में संस्कृत में पटना जिले के नियोजन शिक्षक के दो पद हैं, लेकिन इकाइयों में 6ठी से 8वीं के मेधा सूची के सात अभ्यर्थियों संस्कृत शिक्षकों के अधिकांश में एक भी काउंसलिंग में नहीं पद खाली रह जायेंगे। कई आये। दानापुर नगर परिषद में नियोजन इकाइयों को तो एक भी संस्कृत शिक्षक के एक पद संस्कृत शिक्षक नहीं मिलेंगे। हैं। इसके लिए मेधा सूची के पहले नगर निकाय नियोजन नौ अभ्यर्थियों में से एक ही इकाईवार बात करें, तो काउंसलिंग में आये और फुलवारीशरीफ नगर परिषद चयनित हुए। यही हाल नियोजन इकाई में संस्कृत शिक्षक खगौल नगर परिषद नियोजन के एक पद हैं, लेकिन मेधा सूची इकाई का भी रहा। खगौल के आठ अभ्यर्थियों में से एक भी नगर परिषद नियोजन इकाई अभ्यर्थी काउंसलिंग में हाजिर में भी संस्कृत शिक्षक के एक नहीं हुए। मसौढ़ी नगर परिषद ही पद हैं, जबकि इसके लिए नियोजन इकाई में संस्कृत शिक्षक मेधा सूची में आठ अभ्यर्थी एक पद हैं, लेकिन मेधा सूची के पांच अभ्यर्थियों हाल बाढ़ नगर परिषद नियोजन इकाई में भी रहा। थे, लेकिन आये एक ही, जो चयनित हो गये। में से एक भी काउंसलिंग में नहीं पहुंचे। विक्रम बाढ़ नगर परिषद नियोजन इकाई में संस्कृत शिक्षक इसी प्रकार जिले के प्रखंड नियोजन इकाइयों नगर पंचायत नियोजन इकाई में संस्कृत शिक्षक के दो पद हैं, लेकिन मेधा सूची के पांच अभ्यर्थियों हैै ।
