सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाएगा यह चश्मा तोशियास दिव्यांगों की मुस्कान है हमारी विशेष पहुंचा
परिचय –
नाम : सौरभ सुमन (+2 कंप्यूटर शिक्षक ) एम .सी. ए .
पिता : स्व० ब्रजेन्द्र कुमार वर्मा (अधिवक्ता )
माता : श्रीमती सुमन श्रीवास्तव
पत्नी –श्रीमती अपराजिता सिन्हा (कत्थक नर्तकी )
स्थाई पता – गंगा सिंह कॉलेज रोड ,योगिनिया कोठी- सलेमपुर छपरा
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शिक्षा –
प्राथमिक शिक्षा : भारती विद्या मंदिर ,छपरा
मैट्रिक – जिला स्कूल छपरा से पास किया
इंटर और स्नातक – जगदम महाविद्यालय ,छपरा
पोस्ट ग्रेजुएशन – इंदिरा गाँधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी से MCA
पेशा –
वर्तमान में +2 ललित नारायण लक्ष्मी नारायण प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय ,त्रिवेणीगंज –सुपौल में कंप्यूटर शिक्षक (+2) के रूप में विगत तीन वर्षो से कार्यरत हूँ I
तोशियास संस्था का सदस्य भी हूँ तोशियास संस्था के संस्थापक और सचिव श्री सौरभ कुमार के साथ अक्सर दिव्यांग के जरुरत की चर्चा होती है और उनके समस्याओं का समाधान अपने इनोवेशन से करने का प्रयास रहता है I
अनेको शैक्षणिक संस्थाओं में छात्रों को इनोवेशन हेतु प्रेरित कर आईडिया पर कार्य करने पर जोर देता रहता हूँ I
नौकरी से पहले अपना खुद का IT फर्म GOAL SEEK -PATNA बनाया और मित्रो का सहयोग लेते हुए अनेको वेबसाइट और सॉफ्टवेर बनाये जैसे – भारत संचार निगम लिमिटेड , जे पी यूनिवर्सिटी ,बिहार यूनिवर्सिटी,मगध यूनिवर्सिटी के अनेको महाविद्यलय ,शिक्षा विभाग –बिहार सरकार ,NIOS, इंडियन रेलवे,बिहार पेंशनर समाज अदि कई निजी संस्थाये मेरे क्लाइंट रहे Iइसी क्रम में अनेको इंजीनियरिंग कॉलेज और MCA के बच्चो को वेबसाइट और सॉफ्टवेर बनाना सिखाने का कार्य करता था I
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अपने जॉब और प्रोफेशनल लाइफ में बहुत से इनोवेटिव कार्य किये
1. दिव्यांग हेतु छड़ी और चश्मा (शिक्षा मंत्री द्वारा पुरस्कृत ) –
आज के भागदौर के जीवन में अक्सर देखता हूँ की दिव्यांग को समय देने की फुर्सत किसी को नहीं है इस कारण वो अवसाद में चले जाते है –यह छड़ी और चश्मा लेकर अगर कोई नेत्र हिन् व्यक्ति चलता है और उसके सामने कोई भी रुकावट की वास्तु आती है तो यह छड़ी और चश्मे में लगा अलार्म दो फीट पहले ही बजने लगेगा I साथ ही यह आगे आने वाले गढ़े और पानी से भी पहले ही आगाह कर देगा I चश्मे के द्वारा वह व्यक्ति आम इन्सान की तरह चलेगा नजर के सामने कुछ भी आने पर उसे पता चल जायगा और वह अलर्ट हो सकेगा I यह महिलाओं के सुरक्षा के दृष्टि से भी कारगर है I इस मॉडल को बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा भी पुरस्कृत किया जा चूका है I
2. रेल मार्ग (समस्या और समाधान )- नेशनल लेवल पर स्टेट बेस्ट अवार्ड प्राप्त मॉडल
समस्या – यह आईडिया हमे न्यूज़ पेपर में छपे भारतीय रेल के एक चेतावनी न्यूज़ से मिली ,जिसमे जिक्र है की रेलवे लाइन के ऊपर जो इलेक्ट्रिक वायर (25 के . भी . ए .सी ,) होती है जिससे ट्रेन चलती है उसकी उचाई ट्रैक से 4 .6 7 मीटर है , इस न्यूज़ में सभी बड़े वाहनों को चेतावनी दी गई है की ओवरलोड करने के बाद वाहन की उचाई 4 .6 7मीटर से कम रखी जाए ,अन्यथा वाहन ट्रैक पार करते समय वायर के चपेट में आ सकती है ,और बड़ी दुर्घटना हो सकती है I
समाधान – मैंने इस दुर्घटना को रोकने के लिए एक मॉडल तैयार किया है जिसमे रेलवे क्रासिंग के पहले एक गेट बनाया है जिससे हो कर कोई भी वाहन गुजरता है तो वह गेट उस वाहन की जमीन से ऊपर कितनी उचाई है यह पता कर लेता है और यदि वो वायर की चपेट में आ सकता है तो वहां लगा अलार्म और रेड लाइट हाई अलर्ट करने लगेगा और फाटक गिर जायगा जब तक वाहन वहां से हट नहीं जाता I
यह समस्या ओवर ब्रिज के पास भी आती है जिसके निचे से सड़क मार्ग जाती है यदि प्रत्येक ओवर ब्रिज के पास भी यह लगा दी जाये तो बड़े वाहन ओवर ब्रिज से टकराने से भी बचेंगे I
मेरा मानना है की टेलीफोन लाइन ,डिश केबल लाइन ,बिजली की तारे आदि अनेको वायर जमीन से ऊपर बिना कोई उचाई मानक के लगे रहते है जिससे इस तरह की समस्या गली –मोहल्ले में भी आती है यदि इसका अगर एक मानक तय हो जाए और यदि ट्रांसपोर्ट कम्पनी उस मानक को पूरा करे तो यह यातायात के प्रबंधन में एक बड़ा कदम होगा I
3. बाढ़ से सुरक्षा हेतु मॉडल :– नेशनल लेवल पर स्टेट बेस्ट अवार्ड प्राप्त मॉडल
समस्या- हमलोग कोशी क्षेत्र से आते है जैसा की सभी जानते है कोशी नदी बाढ़ में बड़ी तबाही लती है ,बाढ़ और अधिक बारिश के समय पुल के नीचे बहने वाली पानी का लेवेल सामान्य से ऊपर उठने लगता है और यह पुल को काफी क्षति कर देता है ,जिससे वाहनों का जाम और घटना होना स्वाभाविक है I
समाधान – पुल के ऊपर यातायात बाधित न हो और बाढ़ के आने से पहले पुल पर एक हाई अलर्ट हो जाए इसके लिए मैंने एक मॉडल तैयार किया जो पानी के लेवल खतरे की लाइन से ऊपर बढ़ने पर पुल के ऊपर सभी वाहन को अलर्ट करेगा और संबंधित सभी पदाधिकारी और प्रशासन को SMS के द्वारा रोज मैसेज भेजेगा ताकि इस समस्या से निपटने के लिए सभी तैयार हो सके और कोई सड़क दुर्घटना आदि न हो I
4. अब बाईक और गाड़ी चोर हो जाये सावधान-
समस्या
· अक्सर हम देखते है बाईक और गाड़ी की दुर्घटना होने पर सवार व्यक्ति के घायल या मृत्यु होने पर
उपस्थित लोग और पुलिस को वाहन माशलक की पहचान करने में काफी परेशानी होती है I
· बाईक और गाड़ी को चोरी करने वालेअक्सर उस गाड़ी के नंबर प्लेट बदल देते है और
वह नंबर प्लेट लगा देते है शजसका पेपर उनके पास होता है इस तरह वह बच जाते है I
समाधान –
प्रोग्राममंग इनकिप्ट और डीकिप्ट मेथड का इस्तेमाल कर QUIK RESPONSE (QR) कोड के द्वारा एक नंबर प्लेट शडजाईन ककया है शजसे स्कैन करने पर कोई भी व्यक्ति उस बाइक सवार का पता और फ़ोन नंबर पता कर उसके घर