सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : दिव्यांग व्यक्ति भारतीय नागरिकों को बैंक खाता खोलने या केवाईसी के लिए अपना धर्म घोषित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। बैंकों द्वारा इस तरह का कोई भी कदम नहीं उठाया गया है इस बारे में आधारहीन अफवाहों पर ध्यान ना देने की बात भी गई है। वित्त सचिव राजीव कुमार ने इस बारे में ये साफ किया है और कहा है कि इसको लेकर झूठ गढ़ा जा रहा है उसपर ध्यान ना दें।वित्त सचिव को ट्वीट करके ये इसलिए साफ करना पड़ा क्योंकि हाल ही में ऐसी खबरें तेजी से फैल रहीं थीं कि बैंक नो योर कस्टमर यानि KYC में ऐसा मेंशन कर सकते है जिसमें बैंक के कस्टमर को अपने धर्म (Religion) का जिक्र करना पड़ेगा।वित्त मंत्रालय में वित्त सचिव एवं वित्तीय सेवा विभाग के सचिव राजीव कुमार ने ट्विटर पर कहा, ‘किसी भी भारतीय नागरिक को अपना बैंक खाता खुलवाने या पुराने खाते में अपने ग्राहक को जानो यानी केवाईसी अनुपालन मामले में अपने धर्म का खुलासा करने की कोई जरूरत नहीं है। जनता को ऐसी अफवाहों पर कतई विश्वास नहीं करना चाहिये।’सरकार की ओर से यह स्पष्टीकरण ऐसे समय आया है जब कुछ मीडिया खबरों में कहा जा रहा था कि बैंक खाता खुलवाने या सत्यापन करते समय उपभोक्ता से उनके धर्म के बारे में जानकारी मांग सकते हैं।
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