सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :सुगम्य भारत ऐप लॉन्च किया है. यह एक क्राउड सोर्सिंग मोबाइल ऐप्लीकेशन है. इसके साथ उन्होंने एक हैंडबुक को भी लॉन्च किया है, जिसका शीर्षक एक्सेस द फोटो डाइजेस्ट है. ऐप की मदद से दिव्यांग लोगों के साथ वृद्ध इमारतों, परविहन के माध्यमों या किसी इंफ्रास्ट्रक्चर में पेश आने वाली एक्सेसिबिलिटी (accessibility) से जुड़ी दिक्कतों को रजिस्टर कर सकेंगे. इसके लिए ऐप पर फोटो अपलोड करनी होंगी. उन्हें ऐप के जरिए इससे संबंधित मामलों पर जानकारी भी मिल सकेगी.कोरोना वायरस से संबंधित मुद्दों में भी मदद मोबाइल ऐप में दिव्यांग लोगों द्वारा कोरोना वायरस से संबंधित मुद्दों का भी समाधान मिलेगा. ऐप और हैंडबुक को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत डिपार्टमेंट ऑफ एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद डिसैबिलिटीज (DEPwD) ने विकसित किया है.सुगम्य भारत ऐप एक क्राउड सोर्सिंग मोबाइल ऐप्लीकेशन है. ऐप में पांच मुख्य फीचर्स मौजूद हैं, जिनमें से चार सीधे एक्सेसिबिलिटी को बढ़ाने से संबंधित है, वहीं पांचवां खास फीचर है जो दिव्यांगों के लिए केवल कोरोना वायरस से जुड़े मामलों से संबंधित है.मंत्रालय ने कहा कि एक्सेसिबिलिटी से संबंधित फीचर्स में सुगम्य भारत अभियान के तीन बड़े सिद्धांतों में शिकायतों का रजिस्ट्रेशन, उदाहरणों का सकारात्मक फीडबैक, लोगों द्वारा साझा की गई अच्छी चीजों पर चर्चा, एक्सेसिबिलिटी से संबंधित गाइडलाइंस और सर्रकुलर आते हैं.ऐप को कई यूजर फ्रेंडली फीचर्स जैसे आसान ड्रॉप डाउन मेन्यू, हिंदी और अंग्रेजी में वीडियोज साइन लैंग्वेज के साथ दिए गए हैं, जो रजिस्ट्रेशन और फोटोग्राफ के साथ शिकायतों को अपलोड करने की प्रक्रिया दिखाते हैं. मोबाइल ऐप को दिव्यांगों के लिए इस्तेमाल करने में आसान बनाया गया है. इसके लिए फोन्ट साइज एडजस्टमेंट, कलर कॉन्ट्रास्टिंग ऑप्शन, टैक्स्ट टू स्पीच और इंटिग्रेटेड स्क्रीन रीडर दिया गया है. यह 10 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है जिनमें अंग्रेजी, हिंदी. मराठी, तमिल, उड़िया, कन्नड़, तेलुगु, गुजराती, पंजाबी और मलयालम शामिल हैं.
