सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : समर्थ योजना से भारत के प्रत्येक दिव्यांग के जीवन में गति और प्रगति आएगा यह भारत सरकार का नियम है जो सभी राज्य में एक समान लागू करना है और सबसे पहले उत्तर प्रदेश राज्य ने इस समर्थ योजना को लागू किया है और बहुत ही जल्द यह पूरे भारत में लागू होगा यह निश्चित रूप से एक क्रांतिकारी योजना है मैं आशा करता हूं की यूपी की तरह सभी राज्य बहुत जल्द इस योजना को लागू करेंगे जिससे कि भारत के दिव्यांग अपना सर्वांगीण विकास करेंगे दिव्यांग बच्चों के जीवन को सुगम बनाने के लिए प्रदेश सरकार समर्थ एप का प्रयोग कर रही है। इसके माध्यम से बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पढ़ रहे दिव्यांग बच्चों और ड्रॉपआउट बच्चों की निगरानी की जाएगी। इन बच्चों को सरकार की तरफ से विशेष सुविधाएं उपलब्ध की जाएंगी। बरेली में इस तरह के 6800 बच्चे चिन्हित किए गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में तकनीक का इस्तेमाल काफी ज्यादा हो रहा है। इस तकनीक का इस्तेमाल दिव्यांग बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए भी किया जाएगा। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने पिछले दिनों आदेश जारी किया था। इसके बाद जिले भर के परिषदीय स्कूलों से जुड़े दिव्यांग बच्चों की खोज शुरू हो गया। विभाग ने कुल 6800 बच्चों को चिन्हित किया जा है। इन सभी की सूचना समर्थ एप पर अपलोड की जा रही है। एप के डेटाबेस को आधार बनाकर ही दिव्यांग बच्चों को सुविधाएं दी जाएंगी। इन बच्चों को होम बेस्ड एजुकेशन के साथ-साथ विभिन्न तरह की थेरेपी भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। विभाग बच्चों को उपकरण भी उपलब्ध करवाएगा। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि बरेली में 6800 बच्चे चिन्हित किए गए हैं। इनका डाटा समर्थ ऐप पर अपलोड किया जा रहा है।
