इस अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के दिन विशेष ज्ञान और राष्ट्रपति भवन में भी पढ़ाई कर सकते हैं दिव्यांग।

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : भारत के तमाम दिव्यांगों के जीवन में आएगी खुशहाली आप सभी को पता है अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस 3 दिसंबर को मनाया जाता है उसी दिन भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद का भी जन्म दिवस मनाया जाता है और उस दिन को मेधा दिवस के रूप में मनाया जाता है और जब डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति बने तब भरत की स्थिति को देखकर उन्होंने सबसे पहले देश की शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष बल दिया उस समय की सभी कानून इन्हीं बातों पर निर्धारित और बहुत कम लोगों को यह भी पता है कि भारतीय संविधान निर्माता के रूप में भी डॉ राजेंद्र प्रसाद ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी इसी दौरान उन्होंने राष्ट्रपति कार्यालय में डॉ राजेंद्र प्रसाद सर्वोदय बालिका विद्यालय का निर्माण करवाया था जिसमें राष्ट्रपति भवन के सभी कर्मचारी अपने बच्चों को पढ़ा सकते हैं और वही आज जो बड़े-बड़े स्कूल का एक प्रचलन आजकल चल गया है जो आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति है या 5% दिव्यांगों की पढ़ाई चाहे वह बाहर का लड़का हो या राष्ट्रपति भवन का छात्र हो अगर वहां नामांकन के लिए अपना अप्लाई करता है तो वहां जाकर वह पढ़ सकता है और इस बार का नामांकन की प्रतिक्रिया आरंभ हो चुकी है इसलिए मैं पूरे भारत के दिव्यांगों से अनुरोध करना चाहूंगा कि जो भी छात्र राष्ट्रपति कार्यालय में जाकर अपना पढ़ाई करना चाहते हैं वही इस स्कूल के लिए फॉर्म भर सकते हैं यह एक सरकारी स्कूल है जो सरकार के द्वारा चलाया जाता है और यहां पर भी दिव्यांग छात्रों की पढ़ाई हो सकती है 21वीं सदी का नारा है नॉलेज इज द पावर हमारा उद्देश्य इस जानकारी को देने के पीछे यह था कि इस स्लोगन के अनुसार चल के दिव्यांग व्यक्ति भी शक्तिशाली और समाज की प्रमुख धारा से जुड़ सकें।

 

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