दिव्यांगों की सभी असुविधा उनकी दूर सुखो से भरा होगा जीवन।

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : दिव्यांगों को उनके संवैधानिक अधिकार से जुड़ने के लिए सरकार का स्वागत योग्य कदम सरकार को कोटि-कोटि धन्यवाद यापन करता है भारत और बिहार का सभी दिव्यांग समाज सीबीएसई से स्कूलों को मान्यता तभी मिलेगी जब वहां अग्नि सुरक्षा, साफ- सफाई, पीने का पानी, लैब, पुस्तकालय और खेल के मैदान जैसी सुविधाएं होंगी। इन सुविधाओं की ड्रोन से वीडियोग्राफी करानी होगी। वीडियो कुल सीबीएसई से स्कूलों को मान्यता तभी मिलेगी जब वहां अग्नि सुरक्षा, साफ-सफाई, पीने का पानी, लैब, पुस्तकालय और खेल के मैदान जैसी सुविधाएं होंगी। इन सुविधाओं की ड्रोन से वीडियोग्राफी करानी होगी। वीडियो कुल 33 मिनट की होगी। इसके बाद सीबीएसई का निरीक्षण दल इन सुविधाओं का सत्यापन करेगा, तब स्कूलों को संबद्धता या मान्यता मिलेगी।सीबीएसई ने स्कूलों को मान्यता देने के लिए सत्र 2024-25 के लिए नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। इसमें कुल 11 बिंदु रखे गए हैं। इनको पूरा करना स्कूलों के लिए अनिवार्य होगा। बोर्ड की ओर से स्कूलों की भी जांच की जायेगी, जिन्हें कोरोनाका ल में ऑनलाइन माध्यम से निरीक्षण करने के बाद संबंद्धता दी गयी थी। पूरे बिहार में ऐसे स्कूलों की संख्या दो सौ के लगभग हैं।पहले भौतिक जांच के बाद मिलती थी मान्यता बता दें कि अभी तक बोर्ड द्वारा स्कूलों को भौतिक जांच के बाद संबंद्धता मिलती थी। अब नया एसओपी जारी हुआ है। अभी तक संबंद्धता मिल चुके स्कूलों पर भी यह लागू होगी। जो स्कूलों मान्यता के नवीनीकरण के लिए आवेदन देंगे, उनको भी विडियोग्राफी करानी होगी।स्कूल भवन की वीडियोग्राफी ड्रोन से बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि जिन बिंदुओं के लिए वीडियोग्राफी के लिए जितना समय निर्धारित किया गया है, उसी के अनुसार वीडियोग्राफी होगी। स्कूलों की ओर से शॉट वीडियो या जोड़ कर वीडियो नहीं बनाना हैं। पूरे स्कूल भवन की ड्रोन से वीडियोग्राफी एक साथ की जानी हैं। दिव्यांग छात्रो से संबंधित सुविधाएं और स्कूल की चहारदिवारी भी विडियो में शामिल होना अनिवार्य है। 33 मिनट के वीडियो में ये बिंदु होंगे:1. स्कूल का नाम सही लिखा हो, मुख्य द्वार, स्कूल की चारदीवारी, पार्किंग, एसेंबली एरिया पांच मिनट का वीडियो 2. खेल का मैदान, आउटडोर और इनडोर गेम की सुविधाएं तीन मिनट 3. विज्ञान, कंप्यूटर साइंस, गणित प्रयोगशाला, प्रयोगशाला रजिस्टर पर बच्चों के नियमित हस्ताक्षर – पांच मिनट 4. पुस्तकालय, सभी विषयों की किताबें, पत्रिकाएं, किताबों की संख्या- दो मिनट 5. शौचालय, दिव्यांग छात्रों के लिए शौचालय, स्कूल के हर फ्लोर पर शौचालय – तीन मिनट 6. पीने के पानी की व्यवस्था – दो मिनट7.अग्निशमन यंत्र – दो मिनट का वीडियो 8. कक्षाओं की संख्या और उसका आकार – तीन मिनट (प्राथमिक, सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी) 9. गेम की सुविधा, ऑडिटोरियम, रेस्ट रूम – दो मिनट 10. विद्यार्थियों के लिए इंटरेक्शन की सुविधा – तीन मिनट 11. कागजात सत्यापन की सुविधा – पांच मिनट सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि संबद्धता के लिए नयी एसओपी जारी की गई है। अब हर स्कूल की वीडियोग्राफी की जायेगी। उसकी जांच की जायेगी। कई बार स्कूल द्वारा गलत सूचनाएं देकर संबद्धता ले ली जाती है। इस पर रोक लगेगी।इंडिपेंडेंट स्कूल ऑफ बिहार के अध्यक्ष सीबी सिंह ने कहा कि ड्रोन से वीडियोग्राफी करवाने का निर्देश सही कदम है। इससे कई स्कूलों की पोल खुलेगी। क्योंकि बोर्ड को गलत जानकारी देकर, कई स्कूल संबद्धता प्राप्त कर लेते हैं। इसका नुकसान अभिभावकों को होता हैं और इससे फ्लाइंग विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती है। सीबीएसई द्वारा जारी नया गाइडलाइन से स्कूलों में बच्चों से संबंधित सुविधाओं का विकास होगा।

 

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