भारत की टॉप 3 मैसेजिंग एप्स में से एक आईएमओ.आईएम (imo.im) ने जनसेवा की ओर कदम बढ़ाया है. हाल में गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) आशाएं के साथ मिलकर आईएमओ. आईएम ने बेहद गरीब बच्चों के लिए अपने पहले चैरिटी कार्यक्रम का आयोजन किया. दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के शहर नोएडा में बड़ी संख्या में बच्चों ने चैरिटी इवेंट में भाग लिया.
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बच्चों के चेहरों पर झलक रही मुस्कान इस बात की गवाह थी कि आयोजन कितना सफल रहा. बच्चों ने कार्यक्रम के दौरान आईएमओ की ब्लू कैप लगा रखी थीं. बच्चों ने अपनी रचनात्मकता का परिचय भी दिया. उन्होंने कागज पर चित्रों को उकेरा. आईएमओ.आईएम ने परोपकार के कार्यों में अधिक से अधिक भाग लेने के लिए स्थानीय एनजीओ संग मिलकर कार्य करने की योजना बनाई है. कंपनी का उद्देश्य स्थानीय एनजीओ के साथ मिलकर समाज को गरीबी से मुक्त कराना है.
अपने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कंपनी अपने बड़े यूजर बेस का उपयोग कर रही है. दरअसल, साल 2010 में गूगल से जुड़े कुछ पूर्व सदस्यों ने इस एप को लांच किया था. आज भारत समेत दुनियाभर में इस एप पर 200 मिलियन से ज्यादा एक्टिव यूजर हैं, जो इसका प्रतिदिन इस्तेमाल करते हैं. एप के जरिए निःशुल्क वीडियो कॉलिंग और वाइस कॉलिंग की जाती है. फोटो, वीडियो और टेकस्ट मैसेज भेजे जाते हैं.
यही कारण है कि आईएमओ.आईएम भारत के एनजीओ के लिए एक प्लेफॉर्म तैयार करने में मददगार साबित हो सकता है. खास बात यह है कि गैर सरकारी संगठन आईएमओ.आईएम के यूजर बेस का अच्छे से इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने सामाजिक कार्यों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा सकते हैं.