कोरोना महामारी काल में सभी दिव्यांग को राहत मिल रही है कि नहीं  इसके लिए यह सूची जिससे जागरूक हो  भारत के दिव्यांग

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : कोरोना महामारी काल में सभी दिव्यांग को  राहत मिल रही है कि नहीं  इसके लिए यह सूची  जिससे जागरूक हो किसी सरकारी सूची के अनुसार किसी भी दिव्यांग को राहत मिलेगा क्योंकि सर्टिफिकेट के अनुसार और सरकारी आंकड़े के अनुसार ही दिव्यांगों को राहत मिल पाएगा दिव्यांग सभी राज्यों में दिव्यांगों की संख्या एवं दिव्यांग जिनके सर्टिफिकेट बने हैं उनकी संख्या और और सभी राज्य में कितने सर्टिफिकेट बने हैं उसका प्रतिशत 2011 की जनगणना के अनुसार बिहार में दिव्यांगों का ग्राफ बिहार में 23,31,009 की संख्या जब 9 प्रकार के थे तब की है जबकि14,19000 दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है उनका 60 दशमलव 87 है जबकि अरुणाचल प्रदेश में 26734 दिव्यांगों में से 907 दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बन चुके हैं जिनका प्रतिशत 10 दशमलव 87 है तत्पश्चात चंडीगढ़ यूटी 23635 दिव्यांगों में से 14796 दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बन चुके हैं असम 480065 जिसमें 309587 प्रमाण पत्र 64 दशमलव 48 रहा है छत्तीसगढ़ 624937 दिव्यांगों में से 340649 जिनका प्रतिशत 54 दशमलव 50 हैं दिल्ली यहां 234883 की जनसंख्या दिव्यांग जनों में से एक लाख 161080 दिव्यांग जनों में प्रमाण पत्र बन चुके हैं जिनका प्रतिशत है 68 दशमलव 57 है, गोवा में 33112 में से 19202 जिनका प्रतिशत है 58 दशमलव 16, गुजरात 1092 302 मैं से 551658 चीन का प्रतिशत है 50 दशमलव 50, हरियाणा 546374 में से 339190 प्रतिशत है 62.08, हिमाचल प्रदेश 155316 मैं से89404 जिनका प्रतिशत है 57 दशमलव 56, जम्मू एंड कश्मीर 361153 मेरे एक लाख 79388 प्रतिशत है 49.6 7, आंध्र प्रदेश 12,19785 मैसे 9 38220 दिन का प्रतिशत है सेवेंटी सिक्स पॉइंट 90, अंडमान निकोबार दीप समूह 6660 मे 3346 प्रतिशत है 50 दशमलव 24 दादर एंड नगर हवेली 6578 मैं से तीन 3289 प्रतिशत 50, दमन द्वीप 2196 में से 155770 दशमलव 90, झारखंड 769 980 मैं से चल 458024 प्रतिशत 59 दशमलव48, कर्नाटक तेरा लाख 24 हजार 205 मैं से 10 लाख 73 हजार82 दशमलव 25, केरल 761843 मैं से 314777%41 दशमलव 31, लक्षद्वीप मैं से 1302 प्रतिशत 80.62, मध्य प्रदेश810368 प्रमाण पत्र लागू नहीं प्रतिशत लागू है नहीं, महाराष्ट्र 29 लाख 63 हजार 393 मैं से 16 लाख 11628 प्रतिशत 54.38, मणिपुर 54110 से 25826 प्रतिशत है 47.12, मेघालय 44 317 दिव्यांग जनों में से 37239 दिन का प्रतिशत है 84 दशमलव 28 मिजोरम 15160 तुम ऐसे 11290 इनका प्रतिशत है 74.6 तालीस, नागालैंड29631 प्रमाण पत्र नहीं उड़ीसा 12 लाख 44 हजार 402 दिव्यांगों में से 842250 के प्रमाण पत्र जारी जब 67 दशमलव 68, पुडुचेरी 30189 28107 प्रमाण पत्र जारी प्रतिशत 93.5, पंजाब 654 063 तीन लाख82081 प्रतिशत 58 दशमलव 41 राजस्थान 15 लाख 63 हजार 694 से 479458 प्रतिशत है 30.66, सिक्किम 18187 मैं से 8707 प्रतिशत 47.87, तमिलनाडु 1179963 से 1159021%58.22, तेलंगाना 1046822 दिव्यांग जनों के प्रमाण पत्र 654403%62.51, त्रिपुरा 64346 प्रमाण पत्र लागू नहीं उत्तर प्रदेश 41 लाख 57 हजार 514 दिव्यांग जिनमें 2060905 प्रतिशत 50 जबकि उत्तराखंड 185272 दिव्यांग 11 2162 प्रतिशत 60.53 और अंत में पश्चिम बंगाल जिसमें 2017406 दिव्यांगों में से 1243095 दिव्यांगों का प्रमाण पत्र बन सका है जिनका प्रतिशत है 61.61 प्रतिशत 2011 की जनगणना के अनुसार बिहार में दिव्यांगों का ग्राफ बिहार में 23,31,009 की संख्या जब 9 प्रकार के थे तब की है जबकि14,19000 दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है उनका 60 दशमलव 87 है हमारा प्रयास कि आप जागरूक हो सके और अपनेेेे अधिकार एवं दायित्वव को पहचान सके अगर आपके पास सर्टिफिकेेट है और आप किसी योजना के दायरे में आतेे हैं तो आपको उसी योजना का लाभ मिलेगा ही यह आपका संवैधानिक मौलिक और नई दिव्यांग अधिनियम 2016 के तहत संविधान में जीने का मूल अधिकार है ।

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