सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :हर वर्ष 26 सितम्बर को सम्पूर्ण विश्व में विश्व मूक बधिर दिवस मनाया जाता है, किन्तु वर्तमान में यह विश्व मूक बधिर सप्ताह के रूप में जाना जाता है। यह सितम्बर के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है। वर्ष 1958 से ‘विश्व बधिर दिवस’ की शुरुआत की।
इस दिन बधिरों के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक अधिकारों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के साथ-साथ समाज और देश में उनकी उपयोगिता के बारे में भी बताया जाता है।
विश्व मूक बधिर दिवस का उद्देश्य विश्व बधिर दिवस के मौके पर लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए दिल्ली में इंडिया गेट से जंतर मंतर तक मार्च का आयोजन किया जाता रहा है। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय बधिरों के कल्याण के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों को भी ‘दीन दयाल उपाध्याय योजना’ के तहत सहायता भी मुहैया कराता रहा है। साथ ही बधिरों को नौकरी देने वाली कम्पनियों को छूट का भी प्रावधान है। बधिरों के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन सबसे बड़ी समस्या जागरूकता का अभाव है। हमारे यहां व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए आने वाले अधिकतर बच्चे देश के पिछड़े इलाकों से आते हैं। समाज के पिछड़े तबकों से सम्बंधित इनके अभिभावकों में जागरूकता एवं सुविधाओं के अभाव के कारण इन बच्चों के पास मूलभूत ज्ञान का अभाव होता है।”