मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार के अपराधमुक्त होने के दावे को अपराधी धड़ल्ले से ठेंगा दिखा रहे हैं. आलम यह है कि अब लड़कियां या सुरक्षित नहीं है. ताजा मामला एनएमसीएच का है. जहां बदमाशों ने गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर लड़कियों के साथ छेड़खानी की. इतना ही नहीं, छेड़छाड़ की शिकायत करने पहुंची स्टूडेंट्स को प्रिंसिपल ने कहा कि लड़कियों की सुरक्षा उनके हाथ में है. पुलिसवालों ने लड़कियों का फोन तक नहीं उठाया. इस घटना को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.
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मिली जानकारी के अनुसार घटना राजधानी पटना के अगमकुआं थाना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर कुछ बदमाशों ने लड़कियों के साथ छेड़खानी की. पीड़ित लड़कियों के मुताबिक बदमाशों ने मुंह में कपड़ा डालकर उनके साथ छेड़खानी की. लड़कियों ने बताया कि रात के 3 बजे भी किसी ने जोर से उनके दरवाजे खटखटाये.
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एक पीड़ित लड़की ने बताया कि जब देर रात कंकड़बाग थाने में पुलिस को घटना की शिकायत की. तो पुलिसवालों ने कहा कि एनएमसीएच उनके इलाके में नहीं आता है. लड़की ने आगे बताया कि जब उसने अगमकुआं थाने में फोन किया तो किसी पुलिसवाले ने उनका कॉल नहीं उठाया. इस घटना के विरोध में आज छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा. वे अस्पताल परिसर में ही धरने पर बैठ गयी. गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं ने कहा कि कैंपस सिक्योर नहीं है. कॉलेज प्रशासन कहता है कि रात में बाहर नहीं निकलो वर्ना पीछे का दरवाजा बंद करा देंगे. लाइब्रेरी बंद करा देंगे.
घटना की शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास पहुंची लड़कियों को वहां भी मायूसी हाथ लगी. प्रिंसिपल ने उल्टे लड़कियों को ही गलत ठहरा दिया. प्रिंसिपल के बेतुके बयान के बाद छात्राओं ने उनको बंधक बनाकर नारेबाजी की. इस पूरी घटना को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.