सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :कोरोना वायरस देश के लिए एक गंभीर समस्या बनकर खड़ी है और देश में प्रतिदिन अपने दिनचर्या को चलाने के लिए कमाने वाले लोगों की कोई कमी नहीं है और इस बीमारी को दूर करने के लिए और जड़ से हटाने के लिए सबसे बड़ी कोई चीज है तो वह है की सामाजिक दूरी बनाई जाए वैसे मैं क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का स्थान देखा जाए तो पांचवा है पूरे विश्व में और यहां पर 130 करोड़ लोग निवास करते हैं तो हमारा एक सुझाव है यह सुझाव है की 130 करोड़ लोगों को कैसे बचाया जाए हमारे पास दो दीप समूह है अंडमान निकोबार और जम्मू द्वीप समूह जिसमें एक में 117 द्वीप है और वहां पर हवाई अड्डा भी है और एक में 50 सम्मिलित है जहां पर हम लोग इस बीमारी से बचाने के लिए इस बीमारी से प्रभावित लोगों को आसानी से ले जाकर रख सकते हैं वह दीप पूरी तरह से खाली है इससे क्या होगा की समाजिक दूरी बनेगी उनका उपचार भी अच्छे तरीके से होगा उनके मौलिक अधिकार का भी हनन नहीं होगा एवं 130 करोड़ भारतीयों को इस महामारी से बचाया जा सकता है जितनी खर्च हम समाज में रहकर इस बीमारी को फैलने से बचाने में करेंगे उससे कम खर्च में अगर वहां पर 100 बिस्तरों का एक अस्पताल बना दिया जाए और हेलीकॉप्टर एवं हवाई जहाज के माध्यम से वहां पर लोगों को ले जाए जाए तो कहीं ना कहीं और किसी हद तक हम इस बीमारी पर लगाम लगा सकते हैं और बाकी बचे भारतीयों की जान की रक्षा कर सकते हैं और ठीक होने पर पुनः उन्हें उनके निवास स्थान पर छोड़ दिया जाए और भारत के पास ऐसे दो द्वीप समूह मौजूद है जहां पर अनेकों अनेक जगह मौजूद या बहुत कम देशों के साथ ऐसी स्थिति है लेकिन हमें गर्व करना चाहिए कि भारत के पास इस प्रकार की भी व्यवस्था हो सकती है जिससे कि हम अपने अर्थव्यवस्था को बचा सकते हैं हम अपने देशवासियों को बचा सकते हैं निश्चित तौर से इस कदम से जान मान क्षति होगी डिफरेंट एबिलिटी ऑफ डिसेबिलिटी यह सुझाव आपको भारत की दिव्यांग समाज के द्वारा प्रदान किया जा रहा है वह दिव्यांग समाज जो इस बीमारी के दर्द को एवं मेडिकल सर्टिफिकेट के सहारे ही जीवित रहते हैं और संविधान में मौलिक और संवैधानिक अधिकार पाते दिव्यांगों की मुस्कान है हमारी विशेष पहचान यहां पर बसने वाले प्रत्येक भारतीय सुरक्षित रह सके इसलिए इस महामारी पर हमारे कुछ विचार थे जो आपके समक्ष रख रहा हूं हम जनता और सरकार के बीच की कड़ी हैं इसलिए अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए आपके समक्ष प्रमुखता से इस समस्या को रख रहा हूं 21वीं सदी का नारा नॉलेज इज द पावर एवं इस समय देश को नॉलेज बुद्धिमता की सबसेेे अधिक आवश्यकता है देश के क्षेत्रफल से जनसंख्या को बचाना है । तोशियास संस्था का छोटा सा प्रयास ।
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