दिव्यांगों ने गुरु आकांक्षा जी के साथ मिलकर बनाया यह यंत्र जिससे हारेगा कोरोना

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : तोशियास संस्था के दिव्यांग सदस्यों को विगत 7 महीनों से  प्रशिक्षित कर रही है आकांक्षा जी ने दिव्यांगों के साथ मिलकर एक ऐसा उपकरण बनाया है जिसको कोरोना महामारी से लड़ने के लिए अद्वितीय उपकरण बनाया है इस महामारी को रोकने के लिए घर को डिसइन्फेक्ट करने के लिए आकांक्षा ने बनाया कोविड टूल फल सब्जियों को डिसइन्फेक्ट करने के लिए पटना की आकांक्षा इन दिनों कोविड यूवी डिसइनफेक्टर बॉक्सटूल बनाने में जुटी है। बी.टेक करने के बाद इस क्षेत्र में काम करने को तत्परता के साथ और मौजूदा कोरोनावायरस की स्थिति में इनके दिमाग में विचार आया हम अपने घर को मैं आने वाले सांसदों को कैसे सैनिटाइज करें इसलिए इन्होंने कबाड़ से जुगाड़ के अंतर्गत एक वेजिटेबल वाशर भी छात्रा ने घर के कबाड़ से जुगाड़ और अपने इंजीनियरिंग स्किल से दूवी कोविड स्क्रीनिना डिवाइसडिसइन्फेक्टरबॉक्स, कोविडबॉडी टेम्परेचर अधिक होनेस्क्रीनिंग डिवाइस और वेजिटेबलपर बजाएगा बजर, फीड नंबरवाशर बनाया है।
लॉकडाउन में वह पर चला जाएगा मेसेजलगातार ऐसे टूल बना रही है। दरवाजे खुद से बनाये डिसइन्फेक्टर बॉक्ससे लेकर घर के अंदर तक कोना कोनाको दिखाती आकाक्षा।इनके इनोवेशनसे सैनिटाइज हो रहाहै, इन्होंने अपने इनोवेशन को मानव असामान्य होने पर बजर बजा देगा।संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इसके साथ ही अलर्ट मेसेज कियाँस्कआयोजित फाइट कोरोनामें फीड कॉन्टैक्ट नंबर पर सेंड करआइडियार्थान सेल में भी भेजा है।। वह बताती हैं कि यह स्क्रीनिंग बॉडी टेंपरेचर अधिक होने पर स्वता बाजार बजेगा जिससे पता लग जाएगा कि यहां पर कोई इंफेक्शनल वायरस एक्टिव है आकांक्षा का यह प्रयास के लिए भी इन दिव्यांग जनों को आकांक्षा ने बल्कि इसके इस्तेमाल को कर पाने में बहुत सहूलियत भी बताई है भारत में पहली बार दिव्यांगों को प्रशिक्षण करते हुए दिव्यांगों का सहयोग प्राप्त करके इस प्रकार का कार्य आकांक्षा जी हुआ है और मैं यह भी दावा कर सकता हूं की पूरे विश्व में ऐसा कार्य करने वाला देश जहां केे दिव्यांग सदस्यों ने आकांक्षा जी संयोग से इस प्रकार का कार्य करके दिखाया है इस महामारी से लड़ने के लिए यह अपने आप में अद्वितीय है प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहींं होती अगर हम कहें कि दिव्यांगों ने अपने गुरु के साथ मिलकर ऐसा काम कर दिया है जोकि 21वीं सदी का नारा नॉलेज इज द पावर को सत्यापित किया है तो कहना गलत नहीं होगा भारत सरकार इन दिव्यांग

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