कोरोना को मिला मात दिव्यांगों की शिक्षा से

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : कोरोना को मिला मात दिव्यांगों की शिक्षा से 21वीं सदी का नारा नॉलेज इज द पावर उस बात को सत्यापित करते भारत के लिए तोशियास के ऐ प्रतिभावान छात्र उन्होंने यह भी सत्यापित कर दिया की प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं होता है इनके कार्य इस प्रकार है-{1}आज मैंने स्कूल और कार्यालयों के लिए एक स्मार्ट आई कार्ड विकसित किया है जो कोरोना के खिलाफ लड़ सकता है यह कार्ड संबंधित व्यक्ति का स्टेरिंग करके आपके मोबाइल पर मैसेज और तस्वीर भी भेज देगा जिससे इस कार्ड को पहनने वाले लोगों को इस कार्ड को छूने की आवश्यकताा भी नहीं पड़ेगी बारकोड को स्कैन करके सभी कार्य कर देगी यह कार्ड और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन हो सकेगा ।

अपने जॉब और प्रोफेशनल लाइफ में बहुत से इनोवेटिव कार्य किये

1. दिव्यांग हेतु छड़ी और चश्मा (शिक्षा मंत्री द्वारा पुरस्कृत

आज के भागदौर के जीवन में अक्सर देखता हूँ की दिव्यांग को समय देने की फुर्सत किसी को नहीं है इस कारण वो अवसाद में चले जाते है –यह छड़ी और चश्मा लेकर अगर कोई नेत्र हिन् व्यक्ति चलता है और उसके सामने कोई भी रुकावट की वास्तु आती है तो यह छड़ी और चश्मे में लगा अलार्म दो फीट पहले ही बजने लगेगा I साथ ही यह आगे आने वाले गढ़े और पानी से भी पहले ही आगाह कर देगा I चश्मे के द्वारा वह व्यक्ति आम इन्सान की तरह चलेगा नजर के सामने कुछ भी आने पर उसे पता चल जायगा और वह अलर्ट हो सकेगा I यह महिलाओं के सुरक्षा के दृष्टि से भी कारगर है I इस मॉडल को बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा भी पुरस्कृत किया जा चूका है I

2. रेल मार्ग (समस्या और समाधान )- नेशनल लेवल पर स्टेट बेस्ट अवार्ड प्राप्त मॉडल

समस्या – यह आईडिया हमे न्यूज़ पेपर में छपे भारतीय रेल के एक चेतावनी न्यूज़ से मिली ,जिसमे जिक्र है की रेलवे लाइन के ऊपर जो इलेक्ट्रिक वायर (25 के . भी . ए .सी ,) होती है जिससे ट्रेन चलती है उसकी उचाई ट्रैक से 4 .6 7 मीटर है , इस न्यूज़ में सभी बड़े वाहनों को चेतावनी दी गई है की ओवरलोड करने के बाद वाहन की उचाई 4 .6 7 मीटर से कम रखी जाए ,अन्यथा वाहन ट्रैक पार करते समय वायर के चपेट में आ सकती है ,और बड़ी दुर्घटना हो सकती है I

समाधान – मैंने इस दुर्घटना को रोकने के लिए एक मॉडल तैयार किया है जिसमे रेलवे क्रासिंग के पहले एक गेट बनाया है जिससे हो कर कोई भी वाहन गुजरता है तो वह गेट उस वाहन की जमीन से ऊपर कितनी उचाई है यह पता कर लेता है और यदि वो वायर की चपेट में आ सकता है तो वहां लगा अलार्म और रेड लाइट हाई अलर्ट करने लगेगा और फाटक गिर जायगा जब तक वाहन वहां से हट नहीं जाता I

यह समस्या ओवर ब्रिज के पास भी आती है जिसके निचे से सड़क मार्ग जाती है यदि प्रत्येक ओवर ब्रिज के पास भी यह लगा दी जाये तो बड़े वाहन ओवर ब्रिज से टकराने से भी बचेंगे I

मेरा मानना है की टेलीफोन लाइन ,डिश केबल लाइन ,बिजली की तारे आदि अनेको वायर जमीन से ऊपर बिना कोई उचाई मानक के लगे रहते है जिससे इस तरह की समस्या गली –मोहल्ले में भी आती है यदि इसका अगर एक मानक तय हो जाए और यदि ट्रांसपोर्ट कम्पनी उस मानक को पूरा करे तो यह यातायात के प्रबंधन में एक बड़ा कदम होगा I

3. बाढ़ से सुरक्षा हेतु मॉडल :– नेशनल लेवल पर स्टेट बेस्ट अवार्ड प्राप्त मॉडल

समस्या- हमलोग कोशी क्षेत्र से आते है जैसा की सभी जानते है कोशी नदी बाढ़ में बड़ी तबाही लती है ,बाढ़ और अधिक बारिश के समय पुल के नीचे बहने वाली पानी का लेवेल सामान्य से ऊपर उठने लगता है और यह पुल को काफी क्षति कर देता है ,जिससे वाहनों का जाम और घटना होना स्वाभाविक है I

समाधान – पुल के ऊपर यातायात बाधित न हो और बाढ़ के आने से पहले पुल पर एक हाई अलर्ट हो जाए इसके लिए मैंने एक मॉडल तैयार किया जो पानी के लेवल खतरे की लाइन से ऊपर बढ़ने पर पुल के ऊपर सभी वाहन को अलर्ट करेगा और संबंधित सभी पदाधिकारी और प्रशासन को SMS के द्वारा रोज मैसेज भेजेगा ताकि इस समस्या से निपटने के लिए सभी तैयार हो सके और कोई सड़क दुर्घटना आदि न हो I

4. अब बाईक और गाड़ी चोर हो जाये सावधान-

समस्या

· अक्सर हम देखते है बाईक और गाड़ी की दुर्घटना होने पर सवार व्यक्ति के घायल या मृत्यु होने पर

उपस्थित लोग और पुलिस को वाहन माशलक की पहचान करने में काफी परेशानी होती है I

· बाईक और गाड़ी को चोरी करने वाले अक्सर उस गाड़ी के नंबर प्लेट बदल देते है और

वह नंबर प्लेट लगा देते है शजसका पेपर उनके पास होता है इस तरह वह बच जाते है I

समाधान –

प्रोग्राममंग इनकिप्ट और डीकिप्ट मेथड का इस्तेमाल कर QUIK RESPONSE (QR) कोड के द्वारा एक नंबर प्लेट शडजाईन ककया है शजसे स्कैन करने पर कोई भी व्यक्ति उस बाइक सवार का पता और फ़ोन नंबर पता कर उसके घर सुचना दे सकता है I

दूसरी ओर स्कैन करने पर मोबाइल पर एक वेब पेज खुलेगा शजसमे उस वाहन मालिक की तस्वीर के

साथ पुरे बाइक की जानकारी रहेगी I अगर कोई व्यक्ति बिना QUIK RESPONSE कोड वाला नंबर प्लेट इस्तेमाल करता है या कोई नकली QUIK RESPONSE कोड वाला नंबर प्लेट इस्तेमाल करता है तो वेब पेज में दि गयी जानकारी से उस व्यक्ति का मिलन किया जायगा यदि अंतर मिलता है तो उस चोर को पकड़ा जा सकता है I

यह स्कैन कोई भी व्यक्ति कर सकता है जो स्मार्ट फ़ोन इस्तेमाल करता हैI

नोट : अगर यह नंबर प्लेट डीटीओ ऑफिस से प्रत्येक गाड़ी को निर्गत हो और उसके ऑफिसियल वेबसाइट

से चालक की जानकारी को लिंक कर QR कोड दिया जाये तो यह सरकार का 100% सफल प्रयोग

होगा I

5. होम सिक्यूरिटी सिस्टम –

CCTV में अक्सर चोरी के बाद घटना का पता चलता है परन्तु इस सिस्टम में अगर आपके घर में कोई नहीं है और आपके घर में जैसे ही कोई जायगा तो आपके मोबाइल ,थाना में ,परोसी के मोबाइल पर एक अलर्ट SMS चला जायेगा ,जिससे आप अलर्ट हो सकते है I

6. बिजली बचत के क्षेत्र में –

पब्लिक प्लेस पर अक्सर लोगो में लाइट ऑफ़ करने की मानसिकता नहीं होती है इसी क्रम में मैंने ऐसा सिस्टम बनाया है की शाम होते ही सारे बल्ब ऑन हो जायंगे और सुबह होते ही ऑफ हो जायेंगे –यह स्ट्रीट लाइट या घर में भी इस्तेमाल किया जा सकता है I

7. ऑटोमेटिक बल्ब का ऑन-ऑफ होना –

अक्सर बूढ़े बुजुर्ग लोग रात में बाथरूम जाते है तो उनको रात में स्विच ऑन करने में परेशानी होती है , इस सिस्टम में वे जैसे ही बेड से उठेंगे लाइट ऑन हो जायगी और एक खास टाइम के बाद बंद हो जायगी I इससे बिजली की भी बचत है I

8. रिमोट सिस्टम –रिमोट कण्ट्रोल होम बनाया जिसमे आप अपने दरवाजा , नल ओपन कर सकते है साथ ही घर के बल्ब ,पंखे चला सकते है I

9. ऑटोमेटिक वाटरिंग सिस्टम – गमले लगाने के शौक़ीन लोग अगर कई दिनों तक घर से बाहर रहते है तो पौधे शुख जाते है यह सिस्टम मिटटी के सूखने पर आटोमेटिक गमले में पानी डाल देगा यह प्रक्रिया लगातार चल सकती है I

10. राडार सिस्टम – छात्राओं से राडार सिस्टम बनवा कर इसकी तकनीक को समझाया

दिव्यांग समाज आज स्वक्षता अभियान में भी अपनी भागीदारी देने हेतु एक प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है एक ऐसा झाड़ू बनाया जा रहा है जो धुल –कण को पहचान कर ऑटोमेटिक सफाई कर दे ,यह इलेक्ट्रॉनिक झाड़ू में एक बटन होगा जिसे ऑन करते ही वह कार्य करने लगेगा साथ ही वह पानी को स्प्रे कर उस जगह को धो भी देगा ,अभी इस प्रोटोटाइप पर कार्य चल रहा है I साथ ही स्मार्ट डस्टबिन को इस से जोड़ दिया जायगा ताकि कचरा साफ़ करने से उसे उठाने तक की प्रक्रिया आटोमेटिक हो I

दिव्यांग समाज अधिकांश सफाई हेतु नौकर आदि पर निर्भर रहते है इस झाड़ू से दिव्यांग खुद से सफाई कार्य कर पाएंगे और स्वक्षता अभियान में अपनी भागीदारी देंगे I
दिव्यांग छात्रों को इसके तकनीक की जानकारी दी और इसके महत्व को समझाया इस क्रम में यह भी ध्यान आया की यह डस्टबिन वैसे दिव्यांग के लिए भी कारगर है जो चलने में सक्षम नहीं है I

खूबियाँ :

· इसके पास जाने पर यह स्वत: खुल जाता है और कचरा डालने के बाद स्वत : बंद भी हो जाता है I

· इसमें दो LED लगा है हरा और लाल ,जब कचरा से यह भर जाता है तो लाल LEDऑन हो जाता है I

· कचरा भर जाने पर यह स्वत : खुलना बंद हो जाता है I

· इस डस्टबिन को बिना छुए मोबाइल कण्ट्रोल से कंही भी ले जाया सकता है और कचरे को हटाया जा सकता है I

तोशियास के दिव्यांग सदस्य काम को करके दिखाने पर विश्वास रखते समय को व्यर्थ में गमाने पर नहीं लॉक डाउन किस समय का उपयोग करें उससे व्यर्थ में गमाऐ समय अनमोल है और निर्धारित है प्रत्येक व्यक्ति का इस धरती पर।

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