मानव शृंखला बना बिहार ने रचा इतिहास, गिनिज बुक में दर्ज होगा नाम

रविवार को बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में मानव शृंखला बनाकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया. जल-जीवन-हरियाली मिशन के साथ नशा मुक्ति, बाल विवाह रोकथाम और दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर जागरूकता अभियान के तहत यह शृंखला बनाया गया. इस शृंखला में तकरीबन 4.25 करोड़ लोगों की भागीदारी के साथ 16 हजार किमी से अधिक लंबी कतार बनाकर गिनिज बुक में नाम दर्ज कराया जाएगा.

मानव शृंखला का मुख्य आयोजन पटना के गांधी मैदान में हुआ. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी हिस्सा लिया. इनके अलावा बिहार सरकार के आला अधिकारियों का दल भी एक दूसरे के हाथ से हाथ जोड़े खड़े रहे.  मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात की भी प्रसन्नता है कि आज की मानव शृंखला में मैग्सेसे पुरस्कार विजेता जल पुरुष राजेंद्र सिंह, यूएनईपी के कंट्री हेड (भारत) अतुल बगई भी शामिल हुए हैं.

बता दें कि इसके पहले बिहार ने साल 2017 में नशा मुक्ति (शराबबंदी) अभियान को सफल बनाने के लिए विश्व की सबसे लंबी 11,292 किमी मानव शृंखला बनाई थी जो एक रिकॉर्ड था. इस बार की मानव शृंखला के लिए हेलीकाॅप्टर से फोटोग्राफी की गई, जिसे गिनिज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकार्ड को भेजा जाएगा. मानव शृंखला के सफल आयोजन के लिए नोडल शिक्षा विभाग ने सभी विभागों को इसमें शामिल होने का निर्देश दिया गया था.

सीएम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण कभी बारिश में कमी तो कभी अचानक तीव्र वर्षा की स्थिति बनती है. राज्य के विभिन्न हिस्सों में भूजल स्तर में गिरावट आ रही है. इस स्थिति के प्रति भी लोगों को सतर्क रहते हुए जल के दुरुपयोग से बचना होगा. बिहार बंटवारे के समय राज्य का हरित आवरण नौ प्रतिशत था. वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की स्थापना कर 19 करोड़ पौधे लगाए गए और अब राज्य का हरित आवरण क्षेत्र 15 प्रतिशत पहुंच गया है. आगे और साढ़े आठ करोड़ पौधे और लगाए जाएंगे. जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत आहर, पईन, पोखर को अतिक्रमण मुक्त कराकर उनका जीर्णोद्धार भी कराया जा रहा है.

सीएम नीतीश ने कहा कि सौर ऊर्जा ही अक्षय ऊर्जा है. इसे बढ़ावा देने के लिए सरकारी भवनों में सोलर प्लेट लगाए जा रहे हैं. बापू के विचारों से प्रभावित होकर उनकी 150 वीं जयंती पर हमलोगों ने जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत की. बापू ने कहा था कि पृथ्वी लोगों की जरुरतों को पूरा करने में सक्षम है लालच को नहीं. आप सबसे आग्रह करते हैं कि इस अभियान को निरंतर चलाते रहने की जरुरत है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे पर्यावरण संरक्षक 2020 का जो सम्मान दिया गया है, उसकी वास्तविक हकदार बिहार की जनता है. बिहार की जनता सामाजिक विषयों के साथ-साथ पर्यावरण के प्रति जागरूक है. आज की मानव शृंखला के लिए हम पूरे बिहार की जनता को धन्यवाद देता हूं.

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