सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार पटना: दिव्यांग समाज इस प्रकार उठाए इस योजना का लाभ देश में छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों (Samll Business/MSME) की वित्तीय आवश्यकताओं(Financial Needs) को पूरा करने के लिए भारत सरकारने अप्रेल 2015 में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) कीशुरुआत की हैं|8th अप्रैल 2015 से लागू की गयी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY ) का उद्देश्य पढ़े लिखेनौजवानो के हुनर को बढ़ावा देना साथ ही महिलाओ कोसशक्त बनाना है | हमारे देश में कई ऐसे छोटे मोटे बिज़नेसमैन है जिनको बैंक से आर्थिक मदद आसानी से नहींमिलती क्योकि वे बैंक के नियमो को पूरा नहीं कर पाते हैइस कारण वे अपने उधोगो को बढ़ाने में असमर्थ होते है |इसी बात को ध्यान में रखकर भारत सरकार ने लघु उद्योगोंको बढ़ावा देने के लिए Mudra (Micro Units Development Refinance Agency) Scheme कोलांच किया हैं| PMMY के तहत हर वो व्यक्ति जिसके नामकोई लघु उधोग है या किसी के साथ पार्टनरशिप बिज़नेसहै वे इस प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से लोन ले सकते है |
मुद्रा लोन के प्रकार :-
मुद्रा योजना के तहत मुद्रा लोन को विभिन्न व्यवसायों कीज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए तीन भागो में बांटा है|
मुद्रा योजना के तहत लोन के तीन प्रकार है |
- शिशु लोन – शिशु लोन के तहत 50000/- रूपयेतक लोन दिए जाते है |
- किशोर लोन– किशोर लोन के तहत 50000/- रूपये के ऊपर और 5 लाख रूपए तक के ऋण दिएजाते है |
- तरुण लोन – तरुण लोन के तहत 5 लाख रूपये सेऊपर और 10 लाख रूपये तक के लोन दिए जाते है|
मुद्रा योजना के लाभ –
- मुद्रा स्कीम के तहत सामान्यत: बिना गारंटी के लोन प्रदान किये जाते हैं
- मुद्रा योजना के तहत लोन प्रदान करने में किसी भीतरह की प्रोसेसिंग फीस चार्ज नहीं की जाती हैं|
- मुद्रा लोन की पुनः भुगतान अवधि (Repayment Period) को 5 वर्ष तक बढाया जा सकता हैं|
- Working Capital Loan को मुद्रा कार्ड के द्वाराप्रदान किया जा सकेगा|
योग्यता –
कोई भी भारतीय नागरिक या फर्म जो किसी भी क्षेत्र(खेती के आलावा) में अपना व्यवसाय शुरू करना चाहताहैं या फिर अपने वर्तमान व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहताहैं और उसकी वित्तीय आवश्यकता 10 लाख रूपये तक हैंवह प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत Loan के लिएआवेदन कर सकते हैं|
मुद्रा योजना के तहत आवेदन कैसे करें|
STEP 1: जानकारी जुटाना और सही बैंक काचुनाव करना–
मुद्रा योजना के तहत लोन के लिए Apply करने की कोईनिश्चित प्रक्रिया नहीं हैं| लोन लेने के लिए आवेदक कोसर्वप्रथम अपने आस-पास के बैंकों से संपर्क करके लोनकी प्रक्रिया और Interest Rate सम्बन्धी पूरी जानकारीजुटा लेनी चाहिए|लोन प्राप्त करने के लिए आपकोएप्लीकेशन फॉर्म भरना होता हैं और उसके साथ कुछडाक्यूमेंट्स सबमिट करने होते हैं|
STEP 2 : डाक्यूमेंट्स तैयार करना और एप्लीकेशनसबमिट करना–
Loan प्रदान करने के लिए बैंक सामान्यत: आपकी वित्तीयआवश्यकताओं के आधार पर दो तरह की जानकारी प्राप्तकरना चाहते हैं जिसमें वे विभिन्न तरह के डाक्यूमेंट्स कीमांग कर सकते हैं:-
- विभिन्न दस्तावेजों जैसे पिछले दो वर्षों कीBalance Sheet, Income Tax Returns औरआपके वर्तमान व्यवसाय की जानकारी जुटाकर यहजानने की कोशिश करते हैं कि क्या आप ब्याजसहित लोन वापस चुकाने की क्षमता रखते हैं यानहीं|बैंक यह जानने की कोशिश करते हैं कि आपकेबिज़नेस में कितनी Risk हैं ताकि वे यह सुनिश्चितकर सकें कि उनके द्वारा दिया गया पैसा सुरक्षितरहेगा|
- बैंक आपके भावी Business Plan, Project Report, Future Income Estimates आदि केद्वारा यह जानने की कोशिश करते हैं कि बैंक द्वारादिये गए Loan का उपयोग किस प्रकार के कार्यों मेंकिया जाएगा और उस लोन के कारण Business का लाभ कितना और कैसे बढेगा|
STEP 3. लोन प्रोसेसिंग –
Proper Documents के साथ एप्लीकेशन फॉर्म जमा करने के बाद बैंक आपके डाक्यूमेंट्स की जांच करेगी औरपूरी तरह से संतुष्ट होने के लिए वे कुछ और डाक्यूमेंट्स कीभी मांग कर सकते हैं|इस प्रक्रिया में कुछ दिनों का समयलग सकता हैं और लोन प्रोसेसिंग की प्रक्रिया पूरी होजाने के बाद आपको disbursement amount का चेक दे दिया जाएगा जो आवेदक के बैंक खाते मे जमा कियाजाता है| बैंक यह सुनिश्चित करती हैं कि लोन की राशीआपके बिज़नेस या उसी उद्देश्य के लिए ही खर्च हो, जिसके लिए लोन दिया गया हैं| इसके लिए वे कई कदमउठाते हैं जैसे अगर आवेदक ने अपने प्रोजेक्ट मे कोई बड़ीमशीनरी या इक्विपमेंट खरीदनी है, तो भुगतान चेक केमाध्यम से ही किया जाए|
लोन एप्लीकेशन का रिजेक्शन –
अगर आवेदक के डाक्यूमेंट्स और दर्शाया गया उद्योग / व्यापार प्रोजेक्ट बैंक को सही नहीं लगता तो बैंक आवेदककी एप्लीकेशन को रिजेक्ट भी कर सकता हैं| अगरडाक्यूमेंट्स और एप्लीकेशन मे कोई छोटी मोटी गलती होतो बैंक ही आवेदकको मार्गदर्शन दे कर उसे ठीक करवाकर लोन की मंजूरी दे देता है|
मुद्रा कार्ड
मुद्रा लोन लेने वाले सभी आवेदकों को लोन प्रदान करतेसमय मुद्रा कार्ड (Rupay Debit Card के रूप में) जारीकिये जायेंगे जो कि एक तरह से डेबिट कार्ड की तरह हीहोंगे| इसके तरह व्यवसायी अपने मुद्रा लोन की 10% तकराशी मुद्रा कार्ड से खर्च कर सकेगा| मुद्रा कार्ड का उद्देश्यव्यवसायी की Working Capital (चालू पूंजी) कीजरूरतों को पूरा करना हैं ताकि व्यवसायी अपने बिज़नेसके रोजमर्रा के खर्चों का मुद्रा कार्ड के द्वारा भुगतान करसके और ब्याजखर्च को कम कर सके|
मुद्रा स्कीम हेल्पलाइन :-
अगर मुद्रा लोन लेते समय कोई समस्या आये तो आप इसहेल्पलाइन वेबसाइट, मेल और फ़ोन नंबर पर संपर्क करसकते हैं –
मुद्रा योजना वेबसाइट – http://www.mudra.org.in/
National Helpline Numbers For Pradhan Mantri Mudra Yojana – Call – 1800 180 1111 call – 1800 11 0001