सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : इस प्रकार से मनाएंगे पहली बार दिव्यांग समाज स्वतंत्रता दिवस कौन कहता है कि आसमां में सुराग नहीं होते एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो इस बात को सत्यापित करते भारत के दिव्यांग 21वी सदी का नारा है नॉलेज इज द पावर उसे साबित करते यह दिव्यांग भारत में आंकड़े के द्वारा यह सत्यापित कर दिया गया कि महज 2% दिव्यांग ही पढ़े लिखे हैं तब ऐ दिव्यांग इस प्रकार के कारनामा कर सकते हैं तो अगर दिव्यांग समाज में शिक्षा की अलख जगाई जाए तो दिव्यांग क्या नहीं कर सकते 15 अगस्त 2019 की तैयारी को देख कर आप हैरान रह जाएंगे ऐसे प्रतिभाओं को भारत सरकार सम्मानित करें ताकि प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज न रहे और प्रतिभावान भारत के निर्माण हो सके प्रत्यक्ष को कभी भी प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती इसलिए आपके समक्ष प्रमाण भी उपस्थित और प्रतिभा भी आप देशवासी इन दिव्यांगों का मूल्यांकन कीजिए। दिव्यांगों की मुस्कान है हमारी पहचान।