सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :अगर आपके सामने कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसेब्लोकेज की वजह से हर्ट अटैक पड़ने की शुरुआत हो रही हो तो तुरन्त आप उसके कान की लर
(कान के नीचे का बिना हड्डी का हिस्सा, जहाँ भारतीय महिलाएं कान में छेद करवाकर बाली पहनती हैं) कोद बाना शुरू कर दीजिये, ऐसा करने से उस व्यक्ति को
रिलीफ मिलना शुरू हो जायेगा और फिर यथा
शीघ्र उस व्यक्ति को पास के हॉस्पिटल के इमरजेंसी
वार्ड में पहुचाइए |वास्तव में भारत में हर्ट सम्बन्धी बिमारियों के बारे में बहुत से लोगो को बहुत ही कम जानकारी होती है इसलिए कम से कम कुछ ऐसी प्राथमिक जानकारियां होती है जो हर आदमी को पता
होनी ही चाहिए |कान की लर में हर्ट को काफी फायदा पहुचाने वाला एक्यूप्रेशर पॉइंट होता है पर इस पॉइंट कोद बाने का फायदा तभी तक मिलता है जब तक हर्ट
अटैक पड़ा ना हो, बल्कि उसकी शुरुआत हो |अगर रोज रोज आदमी पूरे शरीर की विधिवत मालिश शुद्ध सरसों के तेल से करे और मालिश करते समय कान के भी इस पॉइंट को दबाये तो ह्रदय रोगों से काफी हद तक बचा जा सकता है | यह एक इमर्जन्सी रिलीफ पॉइंट है और प्रिवेंटिव पॉइंट है उपचार नही।