हड्डी रोग विभाग में स्वीपर के भरोसे सी-आर्म मशीन

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : 2019 में सी-आर्म इकाई का उद्घाटन, तब से है टेक्नीशियन पोस्ट खाली पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हड्डी की जांच में अहम भूमिका रखने वाली सी-आर्म मशीन का संचालन अस्पताल प्रशासन ट्रॉली मैन व स्वीपर का काम कर रहे एक बुजुर्ग कर्मचारी से करा रहा है. इससे हड्डी रोगों की सूक्ष्म जांच और ऑपरेशन पर सवाल खड़ा हो गया है. कई बार हड्डी के ऑपरेशन में गड़बड़ी का मामला सामने आ भी चुका है, लेकिन अस्पताल प्रशासन इस पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा है.  टेक्नीशियन नहीं तो लगा दिया स्वीपर को : पीएमसीएच के ओटी नंबर चार में सी-आर्म (इमेज इंटेंसिफायर) इकाई का उद्घाटन 11 अक्तूबर 2001 को हुआ था. तब से आज तक स्थायी टेक्नीशियन की बहाली नहीं हुई. ऑपरेशन में कोई गड़बड़ी नहीं हो और डॉक्टरों को मदद मिले, इसके लिए एक ट्रॉली मैन को ही मशीन चलाने की ड्यूटी में लगा दिया गया है. जिस दिन ओटी में ऑपरेशन कम होता है उस दिन इस ट्रॉली मैन से स्वीपर का काम लिया जाता है. जिन दिन यह कर्मचारी नहीं होता है, पूरा काम बाधित होता है.  सी-आर्म मशीन (इमेज इंटेंसीफायर) हड्डी रोग की सूक्ष्म जांच के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है. हड्डियों के ऑपरेशन में इसकी अहम भूमिका होती है. इस मशीन से ऑपरेशन के दौरान प्रभावित स्थान की पूरी इमेज इस मशीन पर देखी जाती है. इससे सर्जन डॉक्टर को ऑपरेशन करने में काफी सुविधा मिलती है. इसके अलावा हड्डी रोगों के क्लोज डिडक्शन में इस मशीन का उपयोग किया जाता है. इस मशीन के बिना ऑपरेशन सफल होने की संभावना कम हो जाती है.  जल्द आ जायेगा टेक्नीशियन : अधीक्षक टेक्नीशियन की कमी के कारण दूसरा कर्मचारी ड्यूटी दे रहा है, हालांकि उसे काफी अनुभव है. हम अपनी तरफ से पूरा ध्यान देते हैं. हम मरीजों की स्थिति का ध्यान रखते हुए कर्मचारी से काम लेते हैं. सी-आर्म मशीन के लिए टेक्नीशियन की बहाली प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. बहुत जल्द मशीन को चलाने के लिए ट्रेंड टेक्नीशियन मिल जायेगा.  डॉ लखींद्र प्रसाद, अधीक्षक पीएमसीएच.

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