सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :पीएमओ सूत्रों के अनुसार, फैसले इस मकसद से लिए जाएंगे कि 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के लक्ष्य में आगे भी बाधा न आने पाए। पूरे संकेत हैं कि इंडस्ट्री में छाए चिंता के बादल हटाने की दिशा में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हस्तक्षेप करेंगे।आर्थिक सुस्ती के इस दौर में इकॉनमी को पटरी पर लाने के लिए मोदी सरकार जल्द बड़े और चौंकाने वाले फैसले लेने वाली है। टैक्स में राहत और नौकरी बचाने वाले इन फैसलों की शुरुआत सोमवार से हो सकती है। यूं तो संकट से जूझ रही इंडस्ट्री को पैकेज का संकेत पहले ही मिल चुका है, लेकिन सरकार इतने पर ही नहीं रुकेगी। पीएमओ सूत्रों के अनुसार, फैसले इस मकसद से लिए जाएंगे कि 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने के लक्ष्य में आगे भी बाधा न आने पाए। पूरे संकेत हैं कि इंडस्ट्री में छाए चिंता के बादल हटाने की दिशा में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हस्तक्षेप करेंगे। वह देश और विदेशी निवेशकों में भरोसा जगाने के लिए उनसे सीधा संवाद भी कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, राहत पैकेज के तुरंत बाद कुछ अहम फैसले लेने की तैयारी है। उनमें सरकारी खर्च में कटौती भी शामिल है।
अनूठा पैकेज देने की तैयारी
सबसे पहले मंत्रियों और अधिकारियों की गैर-जरूरी सुविधाओं और इनके रोजमर्रा के खर्च में कटौती होगी। सरकार ने साफ किया कि कल्याणकारी योजनाओं के लिए फंड की कमी बिल्कुल नहीं होने दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार अन्य उपायों में सबसे बड़ा फैसला टैक्स सुधारों का होगा, जो गेमचेंजर साबित होगा। नौकरी बचाने के लिए सरकार इंडस्ट्री को अब तक का सबसे अनूठा पैकेज देने की तैयारी में है।
टैक्स रिफॉर्म
आम आदमी के साथ इंडस्ट्री को भी टैक्स में राहत देने पर विचार।
बचेंगी जॉब
उद्योगों को अलग से पैकेज देकर जॉब बचाने की तैयारी।
देश से रूबरू
देश के साथ विदेशी निवेशकों से कर सकते हैं संवाद।
खर्च में कटौती
75,000 करोड़ बचाएंगे 2 साल में सरकारी खर्च में कटौती से।
इंडस्ट्री का ख्याल
इंडस्ट्री को जिन बजट प्रावधानों पर ऐतराज है, वे हटाए जा सकते हैं।