चित्रकार शिक्षक को मिला उसका उचित सम्मान, प्रेरणा स्रोत बने अन्य सभी शिक्षकों के

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : शिक्षा जगत में किसी भी पुरस्कार को प्राप्त करना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है खासकर जब बच्चों का भविष्य निर्माण स्वयं के रूप में| आज हम गर्व से इस बात को कह सकते हैं कि शिक्षक का सम्मान करने से देश का सम्मान बढ़ता है| समाज में एक अच्छा मैसेज जाता है, बच्चों में जिज्ञासु प्रवृत्ति का निर्माण होता है| या इस प्रकार कह सकते हैं कि भविष्य निर्माण गुरुओं को उनकी मेहनत का पुरस्कार देकर हम आने वाले नौनिहाल बच्चों को तैयार करते हैं देश के प्रति जागरूक बनाते हैं ताकि आने वाला भविष्य ज्ञान को ऊंचाइयों तक ले जाने में सक्षम हो| इस संदर्भ में श्रीमान अजय लूथरा वर्तमान में ड्राइंग शिक्षक के रूप में गवर्नमेंट सर्वोदय बाल विद्यालय रमेश नगर नई दिल्ली 15 में स्थापित है, जिन्हें वर्ष 2019 का सर्वोच्च शिक्षक सम्मान से नवाजा गया है दिल्ली सरकार के द्वारा प्राप्त करने वाले वे एकमात्र शिक्षक हैं जिन्हें सम्मानित किया गया, इस कार्यक्रम में मौजूद विद्यालय प्रधान वाइस प्रिंसिपल श्री सभ्य सचिन जी, श्री कुलदीप यादव जी स्टाफ सेक्रेटरी श्री अरविंद राय जी, आर के मिश्रा जी, संजय जी, वी एस तोमर जी पुस्तकालयअध्यक्ष रत्नेश कुमार ने विद्यालय प्रांगण में सम्मानित करते हुए विद्यालय व समस्त गुरुजनों और बच्चों की तरफ से धन्यवाद देते हुए उन्हें उनके जीवन में और तरक्की करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने की कामना की| असीम संभावनाओं से संबंधित तथ्यों पर विचार करने वाला एक शिक्षक, यू कहे तो अनेक शिक्षक, विषय पठन-पाठन कराने वाले हजारों शिक्षक, ज्ञान को तरजीह देने वाले विचार विमर्श करने वाले शिक्षक, कार्यक्रम को बनाने वाले शिक्षक, कार्यक्रम का संचालन करने वाले शिक्षक, भविष्यफल बनाने वाले शिक्षक सभी अर्थों में नौनिहाल भविष्य निर्माण एक शिक्षक ही कहलाते हैं| तो क्यों नहीं शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए| जिस प्रकार शिक्षक दिवस पर हम डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का सम्मान, ज्योतिबा फूले के आदर्शों पर चलने की कोशिश करते हैं, तो क्यों नहीं हम सभी एक प्रयास करें, जिससे देश और समाज को बदला जा सके| अर्थ अनेकों है समय की पराकाष्ठा को देखते हुए सभी शिक्षक समुदाय के लोगों को प्रवीणता पर ध्यान देने की जरूरत है | कहते हैं शिक्षक ना होता तो शिक्षा क्या, गिनती क्या ,अक्षर क्या और ना कोई होती चित्रकारी| जब समझने वाला ही कोई ना होता,समझाते क्या|शिक्षा मंत्री श्री मनीष सिसोदिया जी ने दिल्ली शिक्षण व्यवस्था में अनेकों कार्य किया किए हैं जिनमें प्रयास और आविष्कार दोनों शामिल है इस क्रम में विद्यालय प्रांगण नवीनीकरण , इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट , पठन-पाठन कार्य में आमूलचूल परिवर्तन साथ ही साथ हैप्पीनेस कुड़ीकुलम को शामिल करना मिशन बुनियाद, इत्यादि हैं जिन के प्रचार प्रसार के लिए माननीय ने काफी मेहनत करी है जिसके लिए हम सभी धन्यवाद करते हैं| परिवर्तन ही संसार का नियम, प्रयास हम सभी को करना है |

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