डॉक्टरों और मरीज के बीच अब नहीं होगी भाषा की परेशानी, तकनीक से होगा संवाद

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले विशेषज्ञों का दावा है कि इस तकनीकी से इलाज में बेहतरी आएगी। इस सेवा को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश में जुटी सिंट हेल्थकेयर ने दावा किया है कि अब लोगों को सुदूर क्षेत्रों में भी अच्छे डॉक्टरों की सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।

भारत और इस्रायल की कंपनी ने विकसित की तकनीकी

इस तकनीकी का विकास भारत की सिंट हेल्थकेयर और इस्रायल की जीओएल कंपनी ने मिलकर किया है। तकनीकी का कई स्तरों पर परीक्षण किया जा रहा है। प्राथमिक स्तर पर इस तकनीकी पर द इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नीती आयोग ने सकारात्मक टिप्पणी की है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्दी ही यह देश के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराई जा सकती है।

थ्रीजी इंटरनेट सेवा पर चलने वाली उसकी तकनीकी इस मामले में अनूठी होगी कि इनमें उपयोग हो रही साधारण मशीनों को गांवों में आशा जैसी प्राथमिक स्तर की स्वास्थ्यकर्मी भी आसानी से इस्तेमाल कर सकेंगी। एक साधारण से सूटकेस में रखकर इसे कहीं भी ले जाया जा सकेगा। यहां तक कि कई मामलों में मरीज स्वयं ही इनके माध्यम से ईसीजी जैसी कई जांच कर सकेंगे।

गांवों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में कारगर होगी तकनीक

सिंट हेल्थकेयर की निदेशक मोनिका सेठ ने अमर उजाला से कहा कि भारत में गांवों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में यह तकनीकी बेहद कारगर है। ग्रामीण महिलाएं अपनी कई समस्याएं पुरुष डॉक्टरों को नहीं बतातीं। विशेषकर गर्भावस्था में बच्चे से जुड़ी समस्याओं पर डॉक्टरों से चर्चा नहीं हो पाती जिससे उन्हें सही इलाज नहीं मिल पाता।

उन्होंने कहा, लेकिन इस तकनीकी में मशीन को महिला अपने स्तर पर ही अपने पेट पर रख सकेगी। इसके बाद दूर बैठा डॉक्टर बच्चे की धड़कन सुन सकेगा। वह उसकी सांस संबंधी जांच भी कर सकेगा। बच्चे के वजन इत्यादि से संबंधित जांच भी की जा सकेगी।

भविष्य में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटरों पर उपलब्ध होगी

मोनिका सेठ ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अगर रोगों के होने के पूर्व उनके रोकने पर सही से काम किया जा सके तो इससे इलाज के खर्च पर 80 फीसदी की कटौती की जा सकती है।

इस तकनीकी के कारण भी लोग अपनी दिल, श्वास और शरीर के कई अन्य मानकों का निरंतर चेक कर सकेंगे और सही समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर स्वयं को कई रोगों से बचा सकेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह तकनीकी सभी प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटरों पर उपलब्ध हो जाएगी।

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