सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : भारत में सबसे शानदार और अविस्मरणीय रेल यात्रा को माना जाता है. शहरों, कस्बों और तटीय क्षेत्रों, प्रादेशिक क्षेत्रों में आराम से और आनंद लेके यात्रा केवल ट्रेन के द्वारा ही की जा सकती है. यह सबसे अच्छा विकल्प है. ये हम सब जानते हैं कि भारत का रेल सिस्टम रेल मंत्रालय के तहत आता है. भारतीय रेल एशिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है.इसमें लाखों कर्मचारी काम करते हैं. पूरे देश में इसकी पटरियों की कुल लंबाई लगभग 1.21 लाख किलोमीटर है जिसपर हर रोज करीब 13 हजार पैसेंजर ट्रेनें दौड़ती हैं. क्या आप जानते हैं कि देशभर में 49 फीसदी ट्रेन रूट पर विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है. आइये कुछ ऐसे अन्य तथ्य जो रेलवे के एग्जाम के लिए महत्वपूर्ण हैं के बारे में इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते हैं.
भारतीय रेलवे से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
1. 16 अप्रैल, 1853 को भारत में रेलवे परिवहन की शुरुआत हुई थी. पहली बार भारत में पैसेंजर ट्रेन महाराष्ट्र प्रांत के मुंबई से थाणे के बीच लगभग 34 किलोमीटर चलाई गई थी. यह सफर तय करने में लगभग 45 मिनट का वक्त लगा था. जिसमें 14 डिब्बे और 400 सवारियां बैठी थी. यह ब्रिटिश गवर्नर जनरल लार्ड डलहौसी के कार्यकाल में चलाई गई थी. इसी दिन इसलिए भारतीय रेल परिवहन दिवस मनाया जाता है.
2. भारतीय रेलवे एशिया का सबसे बड़ा रेलवे सिस्टम है. साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, रूस के बाद भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है.
3. भारतीय रेलवे में 1,21,407 किमी का ट्रैक और 67,350 कि.मी. का मार्ग है जिस पर 8000 से ज्यादा स्टेसशन बने हुए हैं.
4. भारतीय रेलवे बोर्ड की स्थापना 1905 में हुई थी और भारतीय रेलवे का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है.
5. 1951 में, रेलवे मंत्रालय के तहत, राष्ट्रीयकृत होने के बाद भारतीय रेलवे का गठन किया गया था. 1951 में, ग्रेट इंडिया प्रायद्वीपीय रेलवे, बंगाल रेलवे इत्यादि जैसी सभी मौजूदा कंपनियों को भारतीय रेलवे बनाने के लिए राष्ट्रीयकृत किया गया था.
6. देश की पहली ट्रेन रेड हिल रेलवे (Red Hill Railway), 1837 में मद्रास में रेड हिल्स से चिंतद्रिपेट (Chintadripet ) पुल तक चलाई गई थी.
7. भारतीय रेलवे विश्व का आठवां सबसे बड़ा, ASIA का तीसरा सबसे बड़ा नियोक्ता ( employer) है, जिसके 14 लाख से भी अधिक कर्मचारी हैं.
8. दक्षिण भारत में पहली पैसेंजर ट्रेन 1856 को 60 मील की दूरी पर रॉयपुरम/वेयासरापादी (Veyasarapady) (मद्रास) से वालजाह रोड (Wallajah Road) (आर्कोट) तक चली थी.
9. कोलकाता में पहली बार ट्रेन 15 अगस्त 1854 में हावड़ा से हुगली तक चली थी.
10. 3 फरवरी 1925 को, भारत में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन मुंबई में विक्टोरिया टर्मिनस (VT) और कुर्ला के बीच चली थी.
11. भारत की पहली मेट्रो ट्रेन 24 अक्टूबर 1984 को कोलकाता में एस्प्लानेड (Esplanade) से भवानीपुर (Bhowanipur) तक चली थी.
12. पहली शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन 1988 में नई दिल्ली और झांसी के बीच भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जन्मशती मनाने के लिए चलाई गई थी. माधवराव सिंधिया उस समय भारतीय रेल मंत्री थे जिन्होंने इसको ध्वजांकित किया था.
13. गतीमान एक्सप्रेस, 160 किमी/घंटा की अधिकतम गति वाली भारत की सबसे तेज ट्रेन, ने 5 अप्रैल, 2016 को दिल्ली से आगरा तक अपनी पहली यात्रा की. यह नई दिल्ली से झांसी तक चलती है.
14. 31 मार्च 2017 को, भारतीय रेलवे ने घोषणा की कि भारत का पूरा रेल नेटवर्क 2022 तक विद्युतीकृत किया जाएगा.
15. भारत की पहली रेल सुरंग का नाम पारसिक सुरंग है जो कि ठाणे महाराष्ट्र मैं 1916 में चालू की गई थी और भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग पीर पंजाल रेल सुरंग या बनिहाल रेल सुरंग 11.215 किमी की है.
पहली रेलरोड दो भारतीयों – जगनाथ शंकर्सथ (Jaganath Shunkerseth ) और जमशेदजी जीजीभाय (Jamsetjee Jeejeebhoy) द्वारा बनाई गई थी.
सिलीगुड़ी जंक्शन तीन रेलवे स्टेशनों में से एक है जो भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग जिले में सिलीगुड़ी की सेवा करता है. अन्य दो स्टेशन हैं: सिलीगुड़ी टाउन (Siliguri Town) और न्यू जलपाईगुड़ी (New Jalpaiguri). यह भारत का एकमात्र स्टेशन है जिसमें सभी तीन ट्रैक गेज हैं. ब्रॉड गेज, मीटर गेज और नैरो गेज.
भारतीय रेलवे अपने परिचालन को जोनों में विभाजित करता है, जो आगे डिवीजन में विभाजित होते हैं, जिनमें से प्रत्येक का डिवीजनल मुख्यालय होता है. प्रत्येक विभाग का नेतृत्व एक डिवीजनल रेलवे मैनेजर (DRM) करता है, जो जोन के महाप्रबंधक (GM) को रिपोर्ट करता है.
फेयरी क्वीन स्टीम इंजन से चलने वाली सबसे पुरानी ट्रेन है, इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है. भारतीय रेलगाड़ी जिसने यूनेस्को से विश्व विरासत होने का स्टेटस जीता वह दार्जिलिंग हिमालयी रेलवे है.
भारत की पहली लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक ट्रेन: डेक्कन क्वीन 1930 में बॉम्बे और पुणे के बीच चलाई गई थी.
. पहला रेल बजट 1925 में प्रस्तुत किया गया था.
भारतीय रेलवे को 17 जोनों में मूल रूप से 16 जोनों और कोलकाता मेट्रो रेल में बांटा गया है.
1902 में, जोधपुर रेलवे पहला रेलवे है जिसमें विद्युत लाइट लगाई गई थी.1920 में, मुंबई में दादर और करे रोड के बीच विद्युत प्रकाश सिग्नल की व्यवस्था को शुरू किया गया था.
राष्ट्रीय रेल संग्रहालय: नई दिल्ली में स्थित है.
गोरखपुर में सबसे लंबा रेलवे प्लेटफार्म है.
चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स (CLW) का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी, नेता और राजनेता देशबंधु चित्तरंजन दास के नाम पर रखा गया है. चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स का प्रारंभिक उत्पाद स्टीम लोकोमोटिव था. वर्तमान में – विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रिक इंजन हैं. चितरंजन में, पश्चिम बेंगल सबसे पुराना यूनिट है.
. 1986 नई दिल्ली में कम्प्यूटरीकृत टिकट और आरक्षण की सुविधा को शामिल किया गया था. 1999 में कुछ स्टेशनों में टिकट और आरक्षण बुकिंग के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल होना शुरू हो गया था. भारतीय रेलवे की वेबसाइट को हर 1 मिनट में करीब 12 लाख लोग विजिट करते हैं.
रेलवे विद्युतीकरण (CORE) के लिए केंद्रीय संगठन 1979 में रेल मंत्रालय के तहत इलाहाबाद में स्थापित किया गया था. इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय रेलवे के पूरे नेटवर्क पर रेलवे विद्युतीकरण करना था.
भारत का नवापुर एकमात्र ऐसा अनोखा रेलवे स्टेशन है जिसका आधा हिस्सा महाराष्ट्र में और आधा हिस्सा गुजरात में आता है.
नागपुर और अजनी स्टेशन के बीच चलने वाली ट्रेन भारत की सबसे कम दूरी पर चलने वाली ट्रेन है जो मात्र 3 किलोमीटर का सफर तय करती है.
इंटीग्रल कोच फैक्ट्री स्वतंत्र भारत की सबसे पुरानी उत्पादन इकाइयों में से एक है. पूरी तरह से सुसज्जित कोच का उत्पादन यहां होता है. आधुनिक कोच कारखाना, रायबरेली में हैं जहां पर राज्य का आर्ट रेलवे कोच का निर्माण किया जाता है. रेल व्हील फैक्ट्री, बैंगलोर में स्थित है जो कि आयात विकल्प के रूप में रोलिंग स्टॉक पहियों और धुरी के निर्माण के लिए उत्पादन इकाई है. रेल व्हील प्लांट: बेला, बिहार में है.
दार्जिलिंग हिमालयी रेलवे (DHR) – 1999 में यूनेस्को द्वारा अंकित. दार्जिलिंग के साथ नई जलपाईगुड़ी को जोड़ता है.
नीलगिरी माउंटेन रेलवे (NMR) – 2005 में अंकित किया गया था.
कालका शिमला रेलवे (KSR) – 2008 में अंकित हुआ था.
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुंबई (CSTM) – 2004 में अंकित हुआ था.
भारत का सबसे ज्यादा अक्षरों वाला रेलवे स्टेशन श्री वेंकटानरसिम्हाराजूवरियापेटा (तमिलनाडु) और सबसे कम अक्षरों वाला रेलवे स्टेशन आईबी (उड़ीसा) है.
भारत का पहला अंडरग्राउंड रेल है कोलकाता मेट्रो रेल जिसे 24 दिसंबर,2010 में भारत का 17वां जोन घोषित कर दिया गया था.
भारत में सबसे ज्यादा रेलवे मार्ग उत्तर प्रदेश राज्य में हैं जो तकरीबन 8750-9000 KM के आसपास है.
वेम्बनाद (Vembanad) रेल ब्रिज, केरल के कोच्चि में एडप्पल्ली (Edappally) और वल्लारपदम (Vallarpadam) को जोड़ता है. 4,620 मीटर की कुल लंबाई के साथ, यह भारत का सबसे लंबा रेलवे पुल है.
पैसेंजर नेम रिकॉर्ड (PNR) एक कंप्यूटर आरक्षण प्रणाली (CRS) के डेटाबेस में एक रिकॉर्ड है जिसमें यात्री के लिए व्यक्तिगत जानकारी होती है और यात्री के लिए यात्रा कार्यक्रम, या एक साथ यात्रा करने वाले यात्रियों के समूह भी शामिल होते हैं.
RORO का मतलब रोल-ऑन / रोल-ऑफ है, जहां लोड किए गए ट्रक सीधे रेलवे वैगन द्वारा अपने गंतव्य तक ले जाए जाते हैं. पानी परिवहन के लिए RORO अवधारणा बहुत आम है.
युवा एक्सप्रेस युवाओं को वातानुकूलित यात्रा प्रदान करती है. इसकी 60 प्रतिशत सीट 18 से 45 वर्ष की आयु के यात्रियों के लिए आरक्षित होती थी. ट्रेनें असफल रहीं और केवल दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई मार्गों पर ही काम करती है.
कवि गुरु एक्सप्रेस, ट्रेन रवींद्रनाथ टैगोर के सम्मान में चलाई गई है.
अंत्योदय एक्सप्रेस, भीड़ को कम करने के लिए कुछ मार्गों पर गैर-आरक्षित, उच्च गति वाले LHB कोच की ट्रेन है.
सबसे लंबी (अधिकतम) दूरी यात्रा ट्रेन: विवेक एक्सप्रेस (डिब्रूगढ़, असम से कन्याकुमारी, तमिलनाडु तक)
भारत और पड़ोसी देशों के बीच रेल लिंक अच्छी तरह से विकसित नहीं हैं. दो ट्रेनें पाकिस्तान को संचालित करती हैं: दिल्ली और लाहौर के बीच समझौता एक्सप्रेस, और जोधपुर और कराची के बीच थार एक्सप्रेस.
बांग्लादेश द्विपक्षीय मैत्री एक्सप्रेस से जुड़ी हुई है जो कोलकाता से ढाका और बंधन एक्सप्रेस तक चलती है, जिसने नवंबर 2017 में कोलकाता और खुल्ना के बीच वाणिज्यिक यात्राओं की शुरुआत की थी.
. नेपाल के लिए दो रेल लिंक मौजूद हैं: जयनगर (Jaynagar) और बीजलपुरा (Bijalpura) के बीच यात्री सेवा और रक्सौल (Raxaul) और बिरगंज (Birganj) के बीच माल ढुलाई सेवाएं.
उम्मीद करते हैं कि उपरोक्त दिए गए तथ्य आपके रेलवे के एग्जाम की तैयारी में मदद करेंगे और आपके सामान्य ज्ञान को भी बढ़ाएंगे.