सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : बिहार राज्य दिव्यांगों को भी होगी कम शारीरिक तकलीफ गांवों में बनेंगे पांच सौ स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य विभाग कर रहा कवायद, ग्रामीणों को चिकित्सा सुविधा गांव में मिल जाए दावा, अब तक 620 अस्पतालों का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जा चुका 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की योजना स्वीकृत की गई प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है। ग्रामीणों को चिकित्सा की सुविधा अपनी गांव की सीमा में ही मिल जाए, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग एक साथ कई कवायद कर रहा है। इसी कड़ी जहां 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की योजना स्वीकृत की गई है, वहीं अब विभाग ने वर्ष 2023-24 में ग्रामीण क्षेत्रों में पांच सौ से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया है।चालू वित्तीय वर्ष के प्रारंभ में स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पांच पांच वेलनेस सेंटर के साथ एक-एक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण का निर्णय लिया था। इस योजना पर कार्य प्रारंभ हो चुका है।जिलाधिकारियों को जमीन तलाशने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सभी 38 जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रस्तावित अस्पताल निर्माण के लिए उपयुक्त जमीन की तलाश करें और शीघ्र स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराएं। योजना प्रस्ताव के अनुरूप इस परियोजना का निर्माण कार्य बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम को सौंपा जाएगा। बता दें कि सरकार की योजना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को अधिक विभाग का दावा है कि अब तक 620 अस्पतालों का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जा चुका है। संबंधित निर्माण से अधिक सुदृढ़ बनाया जाए, ताकि मरीजों को चिकित्सा के लिए पटना या राज्य के बाहर न जाना पड़े। इसी सोच के तहत प्रत्येक जिले में कम से कम एक मेडिकल कालेज व अस्पताल की योजना पर भी काम हो रहा है। साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की संरचना को मजबूती दी जा रही है इस वर्ष के अंत तक पूरे कर लिए जाएंगे। अब ग्रामीण क्षेत्रों में 565 स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण प्रस्तावित है।
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