दिव्यांग और विकलांग में क्या अंतर है?

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : जी हाँ, दिव्यांग वो व्यक्ति होता है जिसके किसी एक शारीरिक अंग के बदले उसके किसी अन्य अंग में दिव्य शक्ति छुपी होती है और लगभग सभी दिव्यांगों में कोई न कोई दिव्य योग्यता होती ही है। ईश्वर ने यदि किसी को एक अंग या क्षमता से वंचित रखा है तो उसको किसी न किसी रूप में अन्य क्षमता भी प्रदान की होती है।

आइये अलग-अलग अंगों के आधार पर विकलांग और दिव्यांग में अंतर देखते है…

  • जिसके हाथ न हो,वो दिव्यांग और जो हाथ होते हुए भी दूसरों की मदद के लिए न उठें,वो विकलांग।
  • जिसके पैर न हो,वो दिव्यांग और जो पैर होते हुए भी गलत रास्ते पर चलें वो विकलांग।
  • जिसकी आंखें न हो वो दिव्यांग और जो आंखे होते हुए भी बुराई को चुपचाप देखें वो विकलांग।
  • जिसमें सुनने की क्षमता न हो वो दिव्यांग और जो किसी मजबूर,लाचार की पुकार सुनकर भी अनसुना करें वो विकलांग।
  • विकलांग वो नहीं जो बोल नहीं सकता, विकलांग तो वो है जो जुबान होते हुए भी गलत के खिलाफ मौन रहता है।
  • विकलांग वो नहीं जिनमें किसी अंग की कमी है,असली विकलांग तो वो हैं जिनके अंदर इंसानियत नहीं हैं।

Check Also

परिवार पेंशन का नया नियम क्या है दिव्यांगों को भी करना होगा इसका पालन।

🔊 Listen to this सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :  पारिवारिक पेंशन में दिव्यांग आशिक दाताओं को …