दो सौ छब्बीस छात्रों के लिए महज तीन कमरें, कैसे हो पढ़ाई

 

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार :मधुबनी – शिक्षा विभाग के दोरंगी नीति के कारण बेनीपट्टी में कई स्कूल संसाधन विहीन हो गए है। स्कूल प्रशासन समस्याओं के मंझधार में बच्चों को शिक्षा देने के लिए मजबूर है। बेनीपट्टी प्रखंड के मेघवन पंचायत के सन्हौली गांव में संचालित प्राथमिक मकतब उर्दू संसाधन के अभाव में दम तोड़ रहा है। स्कूल भवन के अभाव के कारण छात्रों को वर्गवार शिक्षा तो दूर मूलभूत शिक्षा ग्रहण करने में भी परेशानी हो रही है। स्कूल के पास मात्र चार कमरा है। जिसमें एक कार्यालय तो दूसरे अन्य वर्ग कक्ष में छात्रों को एक साथ बैठा कर शिक्षा दी जा रही है। छात्रों ने बताया कि स्कूल वर्ग भवन के अभाव में बहुत समस्या हो रही है। वहीं ग्रामीण सड़क के किनारे स्कूल के संचालन में भी परेशानी हो रही है। छात्रों को दुर्घटना की संभावना जताते हुए कहा कि चहारदिवारी होती तो स्कूल में शिक्षा के साथ खेलकूद भी सकते थे, लेकिन चहारदिवारी नहीं होने के कारण वे लोग स्कूल में भयमुक्त खेलकूद नहीं सकते। जगह के अभाव में राशि उपलब्ध होने के बाद भी किचेन शेड का निर्माण नहीं हो पाया है। जिससे आज भी एमडीएम झोपड़ीनूमा अस्थाई भवन में पक रहा है। जो कभी भी खतरनाक हो सकता था। गौरतलब है कि सन्हौली के प्राथमिक मकतब में वर्तमान में दो सौ छब्बीस छात्र नामांकित है। जिसे शिक्षा देने के लिए प्रभारी एचएम समेत चार शिक्षक है। इस संबंध में प्रभारी एचएम अकबरी बेगम ने बताया कि स्कूल भवन की कमी के संबंध में विभाग को पत्राचार किया जा चुका है।

 

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