आज विश्व के लिए कोरोना वायरस सबसे बड़ा खतरा बन चुका है. चीन से फैले इस संक्रमण ने अब दूसरे देशों के लोगों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. चीनी लोग इस वायरस से दहशत में हैं. लोग वहां बगैर मास्क लगाए घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. बता दें, चीनी सरकार ने बिना मास्क लगाए घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है. कोरोनावायरस के प्रकोप से बचने के लिए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसंधान परिषदों ने भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के आधार पर जो कि आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी पद्धतियों पर आधारित हैं, इस संक्रमण से बचने के लिए कुछ सलाह दी हैं.
Advisory for #CoronaVirus
Homoeopathy for Prevention of Corona virus Infections
Unani Medicines useful in the symptomatic management of Corona Virus infection
Details here: https://t.co/OXC7PtM7L3
— PIB India (@PIB_India) January 29, 2020
आइए जानते हैं आखिर क्या है इस संक्रमण से बचने के लिए आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी पद्धति की सलाह.
– सबसे पहले कोरोना नाम के वायरस से बचने के लिए खुद की स्वच्छता बनाए रखें.
-अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं.
-शदांग पनिया (मुस्ता, परपाट, उशीर, चंदन, उडिय़ा और नागर) 10 ग्राम पाउडर 1 लीटर पानी को उबालकर आधे बते हुए पानी में मिलाकर पी लें. इस पानी को आप एक बोतल में स्टोर करके भी रख सकते हैं और प्यास लगने पर पिएं.
-अपनी आंखें, नाक और मुंह को बार-बार हाथों से न छूएं.
– संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचें.
-यदि आप बीमार हैं तो बेहतर होगा कि घर पर ही रहकर आराम करें.
-खांसी या छींक के दौरान अपना चेहरा ढंक लें और खांसने या छींकने के बाद अपने हाथों को धो लें.
-संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर यात्रा करते समय या काम करते समय एन 95 मास्क का उपयोग करें.
-यदि आपको संदेह है कि आप कोरोना वायरस के संक्रमण में आ चुके हैं तो तुरंत अपना मास्क पहनकर नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें.
अधिक जानकारी के लिए पढ़ें- https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1600895#
Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य व सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा. इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.