डॉ प्रमोद सावंत गोवा के नए मुख्यमंत्री बने

 सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : पर्रीकर के वक्त ये था गोवा का गणित पर्रीकर के नेतृत्व वाली सरकार को महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के साथ-साथ तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त था। एमजीपी और पीएफपी दोनों ने दो वर्ष पहले हुए चुनाव के समय इसी शर्त पर भाजपानीत सरकार को समर्थन देना मान्य किया था कि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर हों। तब रक्षा मंत्री की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से मुक्त कर पर्रीकर को गोवा लाया गया था। पर्रीकर पहले भी तीन बार गोवा के मुख्यमंत्री रह चुके थे। उनके निधन के बाद भाजपा को किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश थी जो सभी सहयोगी दलों को मान्य हो।

30 घंटे की मशक्कत के बाद बनी प्रमोद के नाम पर सहमतिमुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर के निधन के बाद करीब 30 घंटे चली विधायकों की मान-मनौव्वल के बाद गोवा में नई सरकार के गठन का रास्ता संभव हो सका था। लिहाजा, सोमवार-मंगलवार रात करीब 1.50 बजे राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने डॉ. प्रमोद सावंत को मुख्यमंत्री, सुदिन धवलीकर और विजय सरदेसाई को उपमुख्यमंत्री, नौ विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलवाई

प्रमोद सावंत का फ्लोर टेस्ट आज गोवा के नवनियुक्त मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत आज विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। सावंत का दावा है कि उन्हें 21 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जबकि 40 सदस्यों वाली गोवा विधानसभा में केवल 36 ही विधायक बचे हैं। ऐसे में बहुमत के लिए 19 का ही समर्थन चाहिए।

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