विश्व जल दिवस पर विशेष रिपोर्ट

सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार पटना:विश्व जल दिवस २२ मार्च को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व के सभी विकसित देशों] में स्वच्छ एवं सुरक्षित जल की उपलब्धता सुनिश्चित करवाना है साथ ही यह जल संरक्षण के महत्व पर भी ध्यान केंद्रित करता है।ब्राजील मेंरियो डी जेनेरियो में वर्ष 1992 में आयोजित[2] पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विश्व जल दिवस मनाने की पहल की गई तथा वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने अपने सामान्य सभा के द्वारा निर्णय लेकर इस दिन को वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाने का निर्णय लिया इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के बीच में जल संरक्षण का महत्व साफ पीने योग्य जल का महत्व आदि बताना था। जानकारी के लिए आपको बता दूं कि 1993 में पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया था और संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1992 में अपने ‘एजेंडा 21’में रियो डी जेनेरियो में इसका प्रस्ताव दिया था!

विश्व जल दिवस का थीम

  • वर्ष 1993 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “शहर के लिये जल”।
  • वर्ष 1994 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “हमारे जल संसाधनों का ध्यान रखना हर एक का कार्य है”।
  • वर्ष 1995 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “महिला और जल”।
  • वर्ष 1996 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “प्यासे शहर के लिये पानी”।
  • वर्ष 1997 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “विश्व का जल: क्या पर्याप्त है”।
  • वर्ष 1998 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “भूमी जल- अदृश्य संसाधन”।
  • वर्ष 1999 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “हर कोई प्रवाह की ओर जी रहा है”।
  • वर्ष 2000 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “21वीं सदी के लिये पानी”।
  • वर्ष 2001 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “स्वास्थ के लिये जल”।
  • वर्ष 2002 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “विकास के लिये जल”।
  • वर्ष 2003 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “भविष्य के लिये जल”।
  • वर्ष 2004 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “जल और आपदा”।
  • वर्ष 2005 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “2005-2015 जीवन के लिये पानी”।
  • वर्ष 2006 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “जल और संस्कृति”।
  • वर्ष 2007 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “जल दुर्लभता के साथ मुंडेर”
  • वर्ष 2008 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “स्वच्छता”।
  • वर्ष 2009 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “जल के पार”।
  • वर्ष 2010 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “स्वस्थ विश्व के लिये स्वच्छ जल”।
  • वर्ष 2011 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “शहर के लिये जल: शहरी चुनौती के लिये प्रतिक्रिया”।
  • :वर्ष 2012 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “जल और खाद्य सुरक्षा”।
  • वर्ष 2013 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “जल सहयोग”।
  • वर्ष 2014 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “जल और ऊर्जा”।
  • वर्ष 2015 के विश्व जल दिवस उत्सव का थीम था “जल और दीर्घकालिक विकास”।
  • वर्ष 2016 के विश्व जल दिवस उत्सव के लिए विषय था “जल और नौकरियाँ”
  • वर्ष 2017 के विश्व जल दिवस उत्सव के लिए विषय था “अपशिष्ट जल”।
  • वर्ष 2018 के विश्व जल दिवस उत्सव के लिए विषय था “जल के लिए प्रकृति के आधार पर समाधान”।

वर्ष 2019 के विश्व जल दिवस उत्सव के लिए विषय “किसी को पीछे नही छोड़ना (लीवींग नो वन बीहांइड)” है।

Check Also

बिहार विधान परिषद की नौकरी की वैकेंसी में दिव्यांग आरक्षण एवं दिव्यांग कलम गायब।

🔊 Listen to this सर्वप्रथम न्यूज़ सौरभ कुमार : बिहार विधान परिषद् सचिवालय के अंतर्गत …