खाद्य संसाधन उद्योग के लिए सम्पदा योजना की सभी जानकारी दिव्यांगों के द्वारा

सर्वप्रथम न्यूज़  सौरभ कुमार  पटना : केंद्र सरकार की बहुत अच्छी पहल है। जिसके तहत देश के किसानों को रोजगार मुहैया कराये जाएंगे। हाल ही में भारत सरकार ने सीआईआई एग्रो टेक इंडिया (CII Agro Tech India) के 13 वें संस्करण के सभी किसानों के लिए इस सरकारी योजना को शुरू करने का एलान किया है।

जैसे की हमने ऊपर बताया की केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस सरकारी योजना का नाम प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PM Kisan Sampada Yojana) होगा। इस योजना के अंतर्गत, सभी पात्र किसानों को लगभग 5 लाख रोजगार के नए अवसर प्रदान कराए जाएंगे। सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का लाभ देश के लगभग 20 लाख किसानों (Farmers) को मिलेगा। इस योजना का उद्देश्य देश के किसानों रोजगार के साधन उपलब्ध करना है। अभी फिलहाल देश के किसानों ने किसान एकता मंच के साथ दिल्ली में रैली की थी।

प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana)

जैसे की हम सब जानते है की इस समय देश के सभी किसान सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए किसान एकता रैली “दिल्ली चलो (Dilli Chalo)” कर रहे है। इस रैली का उद्देश्य सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़वाने के लिए है।  फिलहाल केंद्र सरकार ने सीआईआई एग्रो टेक इंडिया संस्करण (CII Agro Tech India Edition) के माध्यम से कहा की कृषि उपज का समुचित मूल्य दिलाने हेतु राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक कृषि मंडी (ई-नाम) एक नवीन मंडी प्रक्रिया है। जिसके तहत मार्च, 2019 तक देश भर में 585 मंडियों के एकीकरण का लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा। इसके साथ ही 415 मंडियों को ई-नाम प्लेयटफॉर्म से जोड़ा जोड़ने का कार्य भी प्रगति पर है।

प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना की महत्वपूर्ण विशेषताए (PM Kisan Sampada Yojana Important Features)-

सीआईआई एग्रो टेक इंडिया (CII Agro Tech India) के 13 वें संस्करण में कृषि मंत्री ने कृषि क्षेत्र से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओ को बताया है। जो निम्न प्रकार है जैसे की –

  • उन्होंने अपने भाषण में कहा की कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति दर्ज हुई है। वर्ष 2017-18 में चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार खाद्यान उत्पादन (Food Production) 284.83 मिटन हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया है की वर्ष 2010-14 का औसत उत्पादन 255.59 मी टन था।
  • दलहन के क्षेत्र में भी औसत उत्पादन में 40% की वृद्धि दर्ज करते हुए वर्ष 2010-14 के 18.01 मी टन के औसत उत्पादन से बढ़ कर वर्ष 2017-18 में चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार दलहन (Pulses) का उत्पादन 25.23 मी टन हो गया।
  • बागवानी के क्षेत्र में 15.79% की वृद्धि दर्ज हुई है। इसी क्रम में नीली क्रांति (Blue Revolution) के अंतर्गत मत्स्य पालन के क्षेत्र में 26.86% वृद्धि एवं पशु पालन व दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में 23.80% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • कृषि यंत्रीकरण (Agricultural Mechanization) के क्षेत्र में भी 174% की वृद्धि दर्ज करते हुए 2010-14 में 10,12,904 वितरित मशीनों के सापेक्ष में 27,79,184 मशीने वितरित की गई है।

इस योजना से जुडी अन्य किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट में जा सकते हो। लिंक नीचे उल्लेखित है। या फिर आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में जाके अपना प्रश्न पूछ सकते हो।

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